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    कहीं आप भी तो दवा के नाम पर रंग-बिरंगी टैबलेट नहीं खा रहे... पढ़े चौंकाने वाली रिपोर्ट

    By Abhishek PandeyEdited By:
    Updated: Thu, 21 Feb 2019 01:51 PM (IST)

    कुछ फार्मा कंपनियां दवा के नाम पर सिर्फ रंगबिरंगी टैबलेट थमा रही हैं। ड्रग विभाग की जांच रिपोर्ट ने इस चौंकाने वाले तथ्य से पर्दा उठाया।

    कहीं आप भी तो दवा के नाम पर रंग-बिरंगी टैबलेट नहीं खा रहे... पढ़े चौंकाने वाली रिपोर्ट

    जेएनएन, बरेली : बुखार आने पर बार-बार एंटीबायोटिक दवा लेने पर भी तबीयत न सुधरे तो मरीज अक्सर डॉक्टर बदलने पर विचार करते हैं। कमी न चिकित्सक में है न उनके पर्चे में, खोट तो दवा में हो सकती है। कुछ फार्मा कंपनियां दवा के नाम पर सिर्फ रंगबिरंगी टैबलेट थमा रही हैं। ड्रग विभाग की जांच रिपोर्ट ने इस चौंकाने वाले तथ्य से पर्दा उठाया। जिले से दिसंबर में ली सैंपल में ली गईं दवा में एंटीबायोटिक और कैल्शियम तत्व ही नहीं पाया गया।

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    औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने बहेड़ी स्थित उत्तम मेडिकल स्टोर से डेनमॉक्स कैप्सूल और सिरौली के मेडिकल स्टोर से कैल्सियम वाली ग्लूकानेट दवा के सैंपल लिए थे। दोनों दवाएं प्रयोगशाला भेजी गई थीं। अब रिपोर्ट आयी है। कैप्सूल में एंटीबायोटिक एमॉक्ससिसलीन तत्व मौजूद नहीं है। वहीं ग्लूकानेट में कैल्सियम ही नहीं मिला।

    यह प्रयोग है इन दवाओं का

    डेनमॉक्स का प्रयोग सर्दी, जुकाम, बुखार और संक्रमण के लिए किया जाता है, जबकि ग्लूकानेट कैल्सियम की कमी के लिए। फार्मा कंपनियां मरीजों की सेहत से खिलवाड़ करती रहीं।

    जारी हुआ नोटिस

    औषधि निरीक्षक विवेक कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल स्टोर और कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। तय अवधि में जवाब न मिलने पर मुकदमा दायर करने के साथ लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसमें आजीवन कारावास का भी प्रावधान है।

    सात मेडिकल स्टोर के लाइसेंस रद

    विभाग ने दवा के स्टॉक, रखरखाव व अन्य मानकों में खरे न उतरने पर सात अन्य मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। जबकि, 20 दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे हैं।

    दो पर दर्ज हुआ मुकदमा

    बिना लाइसेंस दवा व्यापार करने वाले दो लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है। हाफिजगंज में गुलाम हैदर के पास लाइसेंस नहीं मिला था। वहीं, सिरौली के राकेश बाबा स्टेरॉएड मिलाकर घर पर ही दवा बना रहा था।

    ड्रग इंस्पेक्टर बोले- जवाब आने के बाद होगी कार्रवाई

    दिसंबर में दवा के नमूने लिए थे। लैब जांच में यह नमूने फेल हो गए। दुकानदार और कंपनी के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है। उनके जवाब आने के बाद आगे की कारवाई की जाएगी।

    -विवेक कुमार सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर