मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बोले, देश में नफरत बढ़ाएगी कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब
Congress leader Salman Khurshid तंजीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद की लिखी हुई किताब का विरोध किया है। उनका कहना है कि देश में सांप्रदायिक सौहार्द की जरूरत है इस किताब से नफरत को बढ़ावा मिलेगा।
बरेली, जेएनएन। Congress leader Salman Khurshid : तंजीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद की लिखी हुई किताब का विरोध किया है। उनका कहना है कि देश में इस वक्त शांति और सांप्रदायिक सौहार्द की जरूरत है, इस किताब से भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को ठेस पहुंचेगी और नफरत को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया में जितने भी धर्म है वो आतंकवाद की शिक्षा नहीं देते हैं। विशेष तौर पर इस्लाम आतंकवाद का घोर विरोधी है।
इस किताब में इस्लाम धर्म को जिहादी नजरिए के साथ पेश किया गया है जो कि इस्लामी शिक्षा के अनुसार बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि किताब में 'हिंदुत्व' को आतंकवादी संगठन आइएसआइ से जोड़ा है। आइएसआइ, लश्कर ए तैयबा समेत अन्य आतंकवादी संगठनों में इस्लाम का नाम लेने वाले वह लोग है जो इस्लामी शिक्षा के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने बुद्धिजीवियों व लेखकों को अपनी रचनाओं में आतंकवाद को किसी भी धर्म विशेष से नहीं जोड़ने की सलाह दी है।
उद्यमियों की हर समस्या का होगा समाधान : सेंट्रल यूपी चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री सोसाइटी रजिस्टर्ड की कोरोना काल के बाद पहली वार्षिक सभा सीबीगंज स्थित एक होटल में आयोजित हुई। मुख्य अतिथि सांसद संतोष गंगवार ने कहा कि लगातार बरेली में विकास हो रहा है। तीन माह बाद इसका एहसास होने लगेगा।नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता द्वारा मौजूद सभी का आभार व्यक्त किया गया। उन्हाेंने सभी सदस्यों को उनकी किसी भी तरह की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। कहा कि सदस्य हर बैठक में रहें। ताकि उनका निराकरण हो सके।
विनय खंडेलवाल ने पिछले दो वर्ष के कार्यकाल के लेखा जोखा प्रस्तुत किया। उद्यमी दिनेश गोयल को आइआइए के राष्ट्रीय महासचिव बनने पर सम्मानित किया गया। पूर्व अध्यक्ष अरुण गुप्ता, सुधांशु अग्रवाल, आदित्य मूर्ति, शिवम अग्रवाल, विक्रम भार्गव, डा. संजीव श्रीवास्तव, सत्येंद्र गोयल ने सेक्रेटरी के चुनाव के पर्ची डालकर करने का सुझाव दिया। उधर, दोनों चैंबरों को एक करने की बात की गई। इस मौके पर नीरज गोयल, एसके सिंह, राजेंद्र गुप्ता, डा. मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे।