बरेली : जेल से जिला अस्पताल पहुंचा माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव, जांच में जुटी डाक्टरों की टीम
Mafia Don Bablu Shrivastava बरेली जेल में बंद माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव को सोमवार दोपहर जिला अस्पताल लाया गया है। जहां माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव के पेट और सीने की जांच होना है। इसके साथ ही उसकी कई रूटीन जांचें भी होना है।

बरेली, जेएनएन। Mafia Don Bablu Shrivastava : बरेली जेल में बंद माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव को सोमवार दोपहर जिला अस्पताल लाया गया है। जहां माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव के पेट और सीने की जांच होना है। इसके साथ ही उसकी कई रूटीन जांचें भी होना है। इससे पहले जिला अस्पताल मेें मौजूद मरीजों को वहां से निकाल दिया गया है। गौरतलब है माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव काफी समय से बरेली जेल में बंद है।
साथियों सहित 1999 से बंद है बरेली की सेंट्रल जेल में
माफिया डॉन ओम प्रकाश श्रीवास्वतव उर्फ बबलू श्रीवास्तव बरेली की सेंट्रल जेल में 1999 से बंद है। बबलू को साथियों सहित नैनी जेल से भेजा गया था। बबलू के साथ उसके साथी मंगेश उर्फ मंगे और कमल सैनी भी सेंट्रल जेल में बंद है। पुणे के एसीपी की हत्या के मामले में तीनों को सजा हो चुकी है। कई संगीन अपराधों में बबलू श्रीवास्तव की भूमिका रही है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या से दहशत में आया था बबलू श्रीवास्तव
कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद जरायम की दुनिया के दुर्दान्त अपराधियों में खौफ का माहौल बन गया था। जिसके चलते माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव और उसके साथी भी दहशत में आ गए थे। हालांकि उस दौरान जेल में बंद कई अपराधी भी दहशत में थे। पुलिस अधिकारियों की मानें तो मॉफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव और उसके साथियाें का रूतबा अब भी कायम है।
मुंबई बम ब्लास्ट से दाउद से अलग हुआ था माफिया डॉन बबलू
एक समय ऐसा आया जब एसटीएफ STF ने माफिया डॉन बबलू गैंग के चार साथियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। जिसके बाद बबलू दाउद के संपर्क में आया। दोनों ने कुछ समय साथ काम किया। लेकिन मुंबई बम ब्लास्ट Mumbai Bomb Blast के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए। हांलाकि इसके बाद बबलू ने राजनीति में जाने का मन बनाया। उसने सीतापुर लोकसभा चुनाव के लिए आवेदन किया था, लेकिन सजा होने के चलते चुनाव आयोग Election Commission ने उसके आवेदन को निरस्त कर दिया। जिसके बाद उसके अरमानों पर पानी फिर गया।

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