Loktantra Senani Samman Rashi : बदायूं में हिस्ट्रीशीटर का दुस्साहस, मांगी लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि, अफसरों के उड़े होश, गैंगस्टर सहित दर्ज है आठ मुकदमे
Loktantra Senani Samman Rashi यूपी के बदायूं में हिस्ट्रीशीटर द्वारा लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि मांगने का दिलचस्प मामला सामने आया है। जिसके बाद अफसरों के होश उड़ गए।दरअसल खुद को आपातकाल के दौरान संघर्ष करने वाला और लोकतंत्र की रक्षा करने वाला बताया।
बरेली, जेएनएन। Loktantra Senani Samman Rashi : यूपी के बदायूं में हिस्ट्रीशीटर द्वारा लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि मांगने का दिलचस्प मामला सामने आया है।जिसके बाद अफसरों के होश उड़ गए।दरअसल खुद को आपातकाल के दौरान संघर्ष करने वाला और लोकतंत्र की रक्षा करने वाला बताया। इसके बाद उक्त व्यक्ति ने आइजीआरएस के माध्यम से डीएम से शिकायत की।उसने कहा कि उसे भी लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि स्वीकृत की जाए।जिसकी शिकायत मिलने डीएम ने दातागंज एसडीएम से इस मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी।
डीएम का आदेश मिलते एसडीएम दातागंज ने लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि मांगने वाले व्यक्ति की जांच शुरू की।जिसके लिए उन्होंने संबंधित थानें से व्यक्ति का इतिहास जानने के लिए पत्र लिखा।जिसके बाद जब परिणाम सामने आए तो एसडीएम चौंक गए।लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि के लिए आवेदन करने वाला हिस्ट्रीशीटर है। जिसका नाम थाने की हिस्ट्रीशीटर सूची में दर्ज है।जिस पर गैंगस्टर सहित आठ मुकदमे दर्ज है।
हरतपुर थाना क्षेत्र के गांव जमालपुर निवासी नरेश पाल सिंह ने आइजीआरएस पोर्टल पर लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि न मिलने की शिकायत की थी। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की थी कि उन्हें लोकतंत्र सेनानी सम्मान राशि दिलाई जाए। मामला दातागंज तहसील क्षेत्र के गांव का होने के चलते डीएम ने उपजिलाधिकारी दातागंज पारसनाथ मौर्य को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा।
एसडीएम ने प्रारंभिक जांच के तौर पर प्रार्थना पत्र समेत उन पर कोई मुकदमा है या नहीं आदि जानने के लिए हजरतपुर थाने को पत्र लिखा। पत्र मिलने के बाद जब थाना हजरतपुर के उपनिरीक्षक आशाराम के पास नरेश पाल सिंह की रिपोर्ट आई तो वह चौंक पड़े। थाने में नरेश पाल सिंह के खिलाफ गैंगेस्टर समेत आठ मुकदमे दर्ज थे। उपनिरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट बनाकर एसडीएम को सौंप दी। इसमें बताया कि नरेश पाल सिंह पर बलवा, जान से मारने का प्रयास, गाली गलौज, गैंगेस्टर समेत आठ मुकदमे दर्ज हैं। एसडीएम पारसनाथ मौर्य ने थाने की रिपोर्ट को आधार मानते हुए मामले की विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।