खाली खोखे नहीं हैं तो क्या, कारतूस ले जाओ Bareilly News
नियम ताक पर रखते हुए बरेली में बिना खोखे लिए ही लिए ही बेचे जा रहे हैं कारतूस। मोटा मुनाफा कमा रहे दुकानदार।
बरेली, जेएनएन : कारतूस भी इस समय दुकानों पर इतनी आसानी से उपलब्ध हो जा रहे हैं जैसे कि किराना की दुकान पर सामान के लिए केवल रुपये दिए और खरीद लिया। जबकि इन बंदूक की दुकानों पर इनकी बिक्री कारतूस के खाली खोखों के आधार पर ही होनी चाहिए। दुकानदार न तो कारतूसों के खोखा लेना जरुरी समझ रहे हैं और न ही रजिस्टर में ब्योरा रख रहे हैं। उन्हें तो बस अपने मुनाफे से मतलब है। अब सिटी मजिस्ट्रेट के पास इस तरह की शिकायतें आ रही हैं। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने दुकानों की जांच के निर्देश दिए हैं।
क्या है नियम
नियम यह है कि अगर कोई पहली बार कारतूस ले रहा है तो वह अधिकतम 100 कारतूस ले सकता है। दूसरी बार कारतूस लेने के लिए पहले लिए गए कारतूस के 80 प्रतिशत खोखों को जमा करना जरूरी है। इसका मतलब यह है कि अगर कोई 100 कारतूस लेता है तो उसको 80 खोखे जमा करने पड़ेंगे। इसके साथ रजिस्टर में भी कारतूसों की बिक्री का ब्यौरा रखना जरुरी है लेकिन इन सारे नियमों को दुकानदार हवा में उड़ा रहे हैं।
दुकानदारों के मुताबिक राइफल का कारतूस 120 रुपये में बिकता है। जबकि बंदूक का 90 रुपये और रिवाल्वर का कारतूस 80 रुपये का है। जिले में करीब 24 दुकानें है, जिनमें 18 दुकानें सिर्फ शहर में हैं। इस समय 32 हजार लाइसेंस जिले में कुछ समय पहले तक 45 हजार लाइसेंस थे लेकिन लाइसेंस के ट्रांसफर होने और नवीनीकरण न होने की वजह से अब करीब 32 हजार लाइसेंस बचे है। करीब 28 सौ आवेदन नए लाइसेंस के लिए लंबित पड़े हैं। इनमें सबसे ज्यादा रिवाल्वर के लाइसेंस है जिनकी संख्या करीब 2300 है।
कारतूसों के कालाबाजारी की शिकायतें आई हैं। इस पर सख्ती बरती जाएगी। सभी दुकानों का निरीक्षण किया जाएगा और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। -संजय कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट
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