'ओ नंदा सुनंदा तू दैण है जये'
जागरण संवाददाता, बरेली : 'जै जै हो बदरीनाथ, जै हो केदारा', 'ओ नंदा सुनंदा तू दैण है जये', भक्ति
जागरण संवाददाता, बरेली : 'जै जै हो बदरीनाथ, जै हो केदारा', 'ओ नंदा सुनंदा तू दैण है जये', भक्ति गीत और लोकगीतों से शनिवार को बरेली का वातावरण पर्वतीय संस्कृति से सराबोर हो गया। लोक गीतों पर नृत्य कर रहे कलाकारों को देखकर ऐसा लगा कि पहाड़ी संस्कृति बरेली में उतर आई। ऐसा नजारा उत्तरायणी मेले के शुभारंभ से पहले शहर में निकाली गई रंगयात्रा में दिखा। देव वंदना के साथ मेले का आगाज हुआ।
कोतवाली के सामने अंबेडकर पार्क में महापौर डॉ. उमेश गौतम ने रंगयात्रा का शुभारंभ किया। यहां कलाकारों ने अपनी संस्कृति की छटा बिखेरी। यहां से रंगयात्रा अंबेडकर पार्क, कोतवाली, पटेल चौक, चौकी चौराहा, सर्किट हाउस होते हुए बरेली क्लब मैदान में आयोजित मेला स्थल पहुंची। जहां प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने मेले का फीता काटकर शुभारंभ किया। मंच पर उत्तराखंड व स्थानीय टीमों ने पारंपरिक लोकगीतों पर मनमोहक नृत्य करके समा बांधी। गढ़वाल और कुमायूं के लोकनृत्य, लोकगीतों ने खूब धूम मचाई। मेले में उत्तरायणी जनकल्याण समिति सदस्यों का सहयोग रहा।
खरीदारों को लुभा रहे उत्तराखंड के मसाले
मेले में उत्तराखंड सहित विभिन्न प्रदेशों के करीब 150 स्टॉल लगाए गए हैं। कपड़े, ज्वैलरी, सजावटी, सामानों के साथ उत्तराखंड के मसाले, अनाज सहित मिठाईयां, अचार मिल रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से पिनाल, किल्मोड़ी जड़, चूरन, पहाड़ी नींबू, मंड़ुआ का आटा, मोढ़े का आटा, तरुण का बीज, गढ़वाल की दाल, चमकौर की सूखी डांग, रुद्रपुर के मसाले, कुमाऊं का आचार, सिंगौड़ी, पहाड़ी बांस व मुरब्बा का अचार लोगों को खूब भा रहे हैं। बाल मिठाई, बुरांश का जूस, पाषाण भेद समेत पहाड़ी सब्जियों में मूली, आलू, पहाड़ की गहद, भट्ट, लोबिया, जम्बू, जखिया, भांगदाना, भंगीरा, चौलाई, पहाड़ी हल्दी भी लोगों को पसंद आ रही है। जयपुर के चूरन, कोलकाता का काथा वर्क, देहरादून की खादी भी पसंद बनी हुई है।
मशकबीन, रणसिंघा ने छेड़ी गगनभेदी तान
रंगयात्रा की शुरूआत गोलू देवता के आशीर्वाद और तिलक लगाकर की गई। फिर रंगयात्रा में मां नंदादेवी के पीछे छोलिया की टीम ने जोश भरा। मशकबीन, रणसिंघा की गगनभेदी तान और लोकगीतों के संग रंगयात्रा मेला स्थल पहुंची। जीआईसी, जीजीआईसी के विद्यार्थियों ने नारी सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, सभ्य नागरिक बनने का संदेश दिया।
स्मारिका का हुआ विमोचन
पिथौरागढ़ से जीवन राम के नेतृत्व में छोलिया टीम, राजेंद्र मेहता के नेतृत्व में जयपूर्णा गिरी देवभूमि उत्थान समिति ने सांस्कृति कार्यक्रम आयोजित किए। सांस्कृतिक प्रभारी पूरन सिंह दानू व जगदीश आर्या के लोकगीतों के संग्रह का विमोचन आयकर अधिकारी दिनेश पाठक ने किया। मेले की स्मारिका का विमोचन आयकर अधिकारी दिनेश पंत ने किया। दिव्य लोक कला विकास समिति हल्द्वानी से आए नंद किशोर नंदू, लोक गायक अमित गोस्वामी, कुसुम नेगी ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
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