CISCE ISC Toppers 2022: आल इंडिया थर्ड रैंक हासिल करने वाले बरेली के ईशान बनना चाहते हैं हृदय रोग विशेषज्ञ
CISCE ISC Toppers 2022 परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए ईशान भी डाक्टर बनना चाहते हैं। हाल ही में उन्होंने नीट की परीक्षा भी दी है। उनका सपना एक सफल ...और पढ़ें

बरेली, जागरण संवाददाता। CISCE ISC Toppers 2022: हार्टमन कालेज (Hartman College) के छात्र ईशान अग्रवाल ने सीआइएससीई की आइएससी यानी 12वीं की परीक्षा में 99.25 फीसदी अंक प्राप्त कर देश में थर्ड रैंक (All India third topper) हासिल किया है। 10वीं भी ईशान ने हार्टमैन से उत्तीर्ण किया था। 10वीं में ईशान के 97.4 फीसदी अंक हासिल किए थे। जागरण से बातचीत में ईशान ने बताया कि उसी समय तय कर लिया था कि इंटर में उन्हें टाप करना है। बरेली जोन के 11 स्कूलों के 795 विद्यार्थियों ने इस बार 12वीं की परीक्षा दी थी। इनमें से 99 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।
विद्यालय में पढ़ाई के बाद घर में बिना घंटे गिने कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने स्कूल, जिला टाप करने के साथ ही नेशनल मेरिट लिस्ट में स्थान हासिल किया। ईशान के पिता डा. पीयूष कुमार अग्रवाल एसआरएमएस मेडिकल कालेज में कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं तो मां डा. रुचिका गोयल आइवीएफ स्पेश्लिस्ट हैं। बड़ी बहन नारायणी अग्रवाल मणीपाल से एमबीबीएस कर रही हैं।
परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए ईशान भी डाक्टर बनना चाहते हैं। हाल ही में उन्होंने नीट की परीक्षा भी दी है। उनका सपना एक सफल हृदय रोग विशेषज्ञ बनने का है। सफलता का श्रेय ईशान ने माता-पिता के साथ ही विद्यालय के शिक्षकों को दिया है। बताया कि वह सेल्फ स्टडी पर अधिक फोकस करते हुए मन लगाकर पढ़ाई की। तनाव से बचने के लिए परीक्षा के दिन भी खेलकूद और संगीत का सहारा लिया। उन्हें बैडमिंटन, क्रिकेट खेलने के साथ ही गिटार व कैशियों बजाना पसंद है।
साथी खेलने न आए तो पिता को साथ ले जाते
पिता डा. पीयूष अग्रवाल ने बताया कि पढ़ाई के साथ ही ईशान को खेलना भी पसंद हैं। बोर्ड परीक्षा के दौरान भी नियमित वह कैंपस में खेलने जाता था। कभी जिस दिन उसके साथी नहीं आते तो वह उन्हें साथ खेलने को लेकर जाता था। घर पर देर शाम थकान होने पर गिटार व कैशियो बजाना पसंद हैं।
मंडल में दूसरा स्थान पाने वाले आयुष अंकों से संतुष्ट नहीं
मंडल में संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले हार्टमैन कालेज के आयुष गुप्ता रसायन विज्ञान से मिले अंकों से संतुष्ट नहीं हैं। जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि पीसीएम ग्रुप में वह संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं। कक्षा 10 में भी आयुष ने 94.8 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। दो साल मेहनत कर उन्होंने अपने अंक प्रतिशत को 12 वीं में और बढ़ाया है।
बजरिया पूरनमल निवासी आयुष के पिता विनय कुमार होटल में परचेसिंग मैनेजर हैं। मां पंकज गुप्ता गृहणी हैं। फिजिक्स को बेहद पसंद करने वाले आयुष भविष्य में कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। हाल ही में उनकी जेईई मैंस में भी रैंक आई है। वो इसमें और सुधार के साथ 12वीं के परीक्षा परिणाम की तरह ही रैंक चाहते हैं। आयुष ने बताया कि उसे किताबें पढ़ने का शौक है। किताबों को चुनते समय भी वो भैतिक विज्ञान को ही प्राथमिकता देते हैं। आयुष के भौतिक विज्ञान में 99, अंग्रेजी में 96, गणित में 97, रसायन विज्ञान में 92 और कंप्यूटर में 96 अंक आए हैं।
कुकिंग की शौकीन सानवी कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहती हैं
हार्टमैन कालेज की 12 वीं की छात्रा सानवी अग्रवाल ने भी 97 फीसदी अंकों के साथ मंडल में संयुक्त रूप से दूसरा स्थान हासिल किया है। वह भी पीसीएम ग्रुप में वो संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं। राजेंद्र नगर निवासी सानवी के 10वीं में सिर्फ 92 फीसदी अंक थे। सेमेस्टर प्रणाली का उन्होंने पूरा लाभ उठाया। माता-पिता की प्रेरणा और कड़ी मेहनत कर उन्होंने इस बार पांच फीसदी अधिक अंक हासिल किए हैं।
कुकिंग की शौकीन सानवी कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहती हैं। उनके पिता अतुल अग्रवाल श्री राम लाइफ इंश्योरेंस में रीजनल मैनेजर हैं। मां सपना गृहणी हैं। सानवी के गणित में 99, रसायन विज्ञान में 98, भौतिक विज्ञान में 95, कंप्यूटर साइंस में 94 और अंग्रेजी में 96 अंक मिले हैं। उसने बताया कि बड़ी बहन अनुष्का भी हार्टमन की टापर रही थी। वर्तमान में वह जर्मनी की मल्टीनेशनल कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वह भी उनकी तरह साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हैं।
सीए करने के बाद आइएएस बनना चाहती हैं प्रिशा मंगल
सेंट मारिया गोरट्टी की छात्रा प्रिशा मंगल ने 96.75 फीसदी अंकों के साथ एक ओर जहां स्कूल टाप किया हैं। वहीं मंडल की मेरिट लिस्ट में उनका तीसरा स्थान है। प्रिशा के पिता मनोज मंगल चार्टड अकाउंटेंट (सीए) हैं। मां श्वेता मंगल गृहणी हैं। प्रिशा ने कामर्स वर्ग में यह सफलता हासिल की है। उनके अंग्रेजी में 96, अर्थशास्त्र में 92, कामर्स में 99 और गणित में 100 अंक हासिल किए हैं।

प्रिशा मंगल को मिठाई खिलाते पिता सीए मनोज मंगल व मांं श्वेता मंगल साथ में छोटी बहन पान्या मंगल।
प्रिशा के 10वीं में 95.8 फीसदी अंक थे। डबल सेमेस्टर का उसने भी पूरा लाभ लिया है। ग्रीन पार्क निवासी प्रिशा सीए करने के बाद आइएएस बनना चाहती हैं। बताया कि उसे खाली समय में किताबें पढ़ना पसंद है। तनाव को कम करने के लिए वह संगीत का सहारा लेती हैं। अपनी सफलता का पूरा श्रेय शिक्षकों और माता-पिता को दिया है।

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