Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    IPS Transfer: बरेली SSP का हुआ ट्रांसफर, मंत्री, सांसद, विधायक के निशाने पर थे सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Sun, 18 Sep 2022 07:54 AM (IST)

    Bareilly SSP Satyarth Anirudh Pankaj Transfer आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज मंत्री और भाजपा नेताओं के निशाने पर थे।पूर्व विधायक के बेटे विशाल की गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता उनके खिलाफ खुलकर मोर्चे पर आ गए थे।सांसद संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।

    Hero Image
    IPS Transfer: बरेली SSP का हुआ ट्रांसफर, मंत्री, सांसद, विधायक के निशाने पर थे सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज

    बरेली, जागरण संवाददाता। Bareilly SSP Satyarth Anirudh Pankaj Transfer : बरेली में तीन माह का कार्यकाल पूरा ना कर पाने वाले आइपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज मंत्री और भाजपा नेताओं (BJP Leaders) के निशाने पर थे। गोहत्याएं, बहेड़ी थाने में गोलीकांड के बाद पूर्व विधायक के बेटे विशाल की गिरफ्तारी हुई तो भाजपा नेता खुलकर मोर्चे पर आ गए थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार (Santosh Gangwar) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा कि जिले की पुलिस सत्ता पक्ष के नेताओं की बात तक नहीं सुनती।माना जा रहा कि इसके बाद ही शनिवार रात को सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज की कुर्सी छीन ली गई।

    वह 25 जून को बरेली के एसएसपी बनाए गए थे।इसके बाद से इज्जतनगर क्षेत्र में आए दिन गौतस्करी के आरोप लगे, फिर भी तत्कालीन इंस्पेक्टर संजय धीर की कुर्सी बची रही।उस समय भाजपा नेताओं में अंदरखाने एसएसपी के प्रति नाराजगी होने लगी थी।बाद में बहेड़ी में महिला सिपाही को लेकर दो पुरुष सिपाहियों में विवाद, गोली चलने की घटना हो गई।

    मामला शासन तक पहुंचा तो आरोपितों को निलंबित किया लेकिन, सपा ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया था। इससे भी भाजपा नेता असहज माने जा रहे थे।पार्टी नेताओं का कहना था कि थानों में उनकी बात नहीं सुनी जा रही, पुलिसकर्मी सिर्फ एसएसपी (SSP) का आदेश सुन रहे।

    इस बीच सोमवार को अवैध जमीन कब्जाने के प्रकरण में पार्टी के पूर्व विधायक स्वर्गीय केसर सिंह के बेटे विशाल गंगवार  की गिरफ्तारी कर ली गई। उस रात भी इंस्पेक्टर संजय धीर दबिश देने गए थे। भाजपा नेताओं ने इसे प्रतिष्ठा बना लिया।उनका कहना था कि प्राथमिकी में लिखी धाराएं सात वर्ष से कम सजा वाली होने के बाद भी गिरफ्तारी करना गलत था।

    विशाल ने इंस्पेक्टर से कहा था कि आइजी से बात कर लें मगर, उनका जवाब था कि सिर्फ एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज से बात कराओ। इस प्रकरण से भाजपा के सभी नेता लामबंद हो चुके थे। गुरुवार शाम को एडीजी राजकुमार से शिकायत करनी थी इससे पहले सुबह को महानगर कालोनी मैदान में गोहत्या हो गई। हिंदूवादी नेताओं ने प्रदर्शन किया। यह भी प्रकरण भी शासन तक पहुंचा, तब सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने इंस्पेक्टर संजय धीर को निलंबित किया था।

    संतोष गंगवार ने पत्र में लिखा

    संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था कि मुस्लिम युवती से प्रेम करने पर सुनील की हत्या हुई, पुलिस उस प्रकरण को दबाती रही । आरोपितों पर प्राथमिकी में देरी की। इसके बाद पीडित परिवार पर भी दबाव बनाने के लिए कार्रवाई कर दी। इसके अलावा सुभाषनगर में संघ प्रचारक को अकारण पीटा गया। भोजीपुरा में बवाल हुआ तो भाजपा नेता को बेवजह पकड़ा।

    शासन तक पहुंची थी जानकारी

    गुरुवार को सांसद संतोष गंगवार ने एडीजी राजकुमार व आइजी रमित शर्मा को सर्किट हाउस बुलाया। वन मंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना, सांसद संतोष गंगवार, फरीदपुर के विधायक प्रो. श्याम बिहारी लाल, मीरगंज के विधायक डा. डीसी वर्मा, नवाबगंज के विधायक डा. एमपी आर्य, बिथरी विधायक डा. राघवेंद्र शर्मा ने कई सवाल खड़े कर दिए।

    कहा कि जनप्रतिनिधि जिसकी पैरवी करें, उसी पर कार्रवाई कर दी जाती है। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज अब सीधे सत्ता पक्ष के नेताओं को निशाना बना रहे हैं। विशाल के बयान तक नहीं लिए, उन्हें अपराधियों की तरह गिरफ्तार कर छवि खराब की गई। ये शिकायत शासन तक भी पहुंची थी। 

    comedy show banner
    comedy show banner