HEALTH : मलेरिया की रोकथाम के लिए लगेगा इंजेक्शन
जिले में मलेरिया का संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा हर तरीके से तैयारी कर रहा है। इस बार खतरनाक मलेरिया की रोकथाम के लिए इंजेक्शन भी मंगाया गया है।
जेएनएन, बरेली : जिले में मलेरिया का संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा हर तरीके से तैयारी कर रहा है। इस बार खतरनाक मलेरिया की रोकथाम के लिए इंजेक्शन भी मंगाया गया है। यह इंजेक्शन भर्ती होने वाले मलेरिया के मरीजों के इलाज में खासा असरदार होगा। मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन ने स्वास्थ्य विभाग को इंजेक्शन उपलब्ध करवा दिए हैैं।
पिछले साल जिले में मलेरिया का प्रकोप फैल गया था। खतरनाक प्लाजमोडियम फैल्सीपेरम के 17 हजार से अधिक और प्लाजमोडियम वाईवेक्स के करीब बीस हजार मरीज सामने आए थे। करीब तीन सौ से अधिक मरीजों की मौत हो गई थी। मलेरिया की रोकथाम को स्वास्थ्य विभाग ने इस बार पूरी तैयारी की है। मलेरिया की जांच को रैपिड टेस्ट कार्ड पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्य विभाग ने मंगवा लिया है।
इससे बहुत जल्द और आसानी से मलेरिया की जांच हो जाती है। इसके साथ ही मलेरिया की दवा की किट भी मंगवा ली है। दरअसल, प्लाजमोडियम फैल्सीपेरम व प्लाजमोडियम वाईवेक्स में तीन दिन की दवा का कोर्स है। फैल्सीपेरम अधिक खतरनाक है। इसमें आर्टिसुनेट दवा खासी कारगर है।
इसे दो अन्य दवाओं के साथ तीन दिन तक मरीज को देते हैैं। इस बार आर्टिसुनेट की दवा के साथ ही करीब तीन सौ इंजेक्शन भी स्वास्थ्य विभाग को मिले हैैं। यह भर्ती होने वाले मरीज के लिए लाभदायक हैैं। गोली को खाने से मरीज को पेट में जलन नहीं होती है। इसे भी तीन दिन लगातार मरीज को देना होता है।
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इस बार कारपोरेशन से तीन सौ आर्टिसुनेट इंजेक्शन भी मिले हैैं। इस इंजेक्शन को लगाने के लिए मरीज को तीन दिन भर्ती रहना पड़ता है। इस कारण दवा देना प्राथमिकता पर रहता है।
डॉ. विनीत शुक्ला, सीएमओ
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