इंडिगो को लेट-लतीफी से झटका, 10 मिनट की देरी भी महंगी पड़ी; खाली रह गईं 60 से ज्यादा सीटें
इंडिगो की उड़ानों में देरी के डर से यात्रियों को परेशानी हुई। एक विमान के 10 मिनट लेट होने की आशंका से 60 से ज्यादा सीटें खाली रह गईं। यात्रियों में इ ...और पढ़ें
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फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, बरेली। इंडिगो एयरलाइंस की तकनीकी दिक्कतों के चलते कई दिनों से उड़ान सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। हालांकि शनिवार को कुछ राहत रही। बेंगलुरू-बरेली-बेगलुरू फ्लाइट्स सिर्फ 10 मिनट ही लेट रही। इससे यात्रियों को कोई खास परेशानी तो नहीं हुई लेकिन कई दिनों से चली आ रही दिक्कत को देखते हुए यात्रियों ने शनिवार को यात्रा करना कम ही पसंद किया।
ऐसे में आने और जाने वाली दोनों ही फ्लाइट्स में काफी सीटें खाली ही रह गईं। ऐसे में एयरलाइंस को नुकसान उठाना पड़ा है। एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि धीरे-धीरे सेवाएं सामान्य होने लगी हैं। कई दिनों के तकनीकी दिक्कत की वजह से इंडिगो एयरलाइंस संकट के दौर से जूझ रही थी। चूंकि बरेली-बेंगलुरू-बरेली और बरेली-मुंबई-बरेली इन दोनों ही जगहों की विमान सेवाएं इसी एयरलाइंस की है।
इसलिए, यहां हवाई सेवाओं का काफी असर देखा गया। शुक्रवार को तो बेंगलुरू और बरेली से आने वाली उड़ान सेवा की कैंसिल हो गई थी। इससे पहले भी फ्लाइट्स काफी विलंब से आ रहीं थी। ऐसे में यात्रियों ने भी आने-जाने का प्लान फिलहाल रद कर दिया था। इस बीच, शनिवार को बेंगलुरू-बरेली-बेंगलुरू विमान सेवाएं केवल 10 मिनट ही विलंब रहींं।
ऐसे में जिन लोगों ने इस रूट के लिए टिकट बुक कराए थे, उन्हें तो दिक्कत नहीं हुई लेकिन कई यात्रियों के बुकिंग ही न कराने से इस फ्लाइट्स में कई सीटें खाली ही रह गईं। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि बेंगलुरू से आने वाली फ्लाइट का समय दोपहर 2.20 है। इसमें 232 पैसेंजर के बैठने की जगह है, जबकि इसमें 170 बड़े और चार बच्चे ही सफर करके आए।
2.55 पर वापस बेंगलुरू जाने के लिए 182 पैसेंजर और दो बच्चे ही सवार हुए थे। बाकी सीटें खाली ही रह गईं। ऐसे में एयरलाइंस को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इस संबंध में एयरपोर्ट अथारिटी के निदेशक अवधेश अग्रवाल ने बताया कि धीरे-धीरे उडा़न सेवाएं सामान्य हो रही है। जल्द ही पूरी तरह से दिक्कत खत्म हो जाएगी।

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