Updated: Wed, 24 Sep 2025 08:24 PM (IST)
बरेली के अमरिया में जीएसटी एसआईबी ने एक राइस मिल में कर चोरी का पर्दाफाश किया। फर्म ने 85 करोड़ की चावल और मुर्गी दाने की बिक्री दिखाई लेकिन राइस ब्रान की बिक्री कम दिखाई गई। जांच में अनियमितता पाए जाने पर व्यापारी ने 50 लाख रुपये जमा कराए। टीम आगे की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, बरेली। अमरिया में स्थित एक राइस मिल के संचालक ने जीएसटी जमा करने में गड़बड़ी की। जीएसटी एसआइबी की टीम ने वहां पर छापामारी की। व्यापारी की ओर से 50 लाख रुपये जीएसटी के जमा कराए गए। पीलीभीत के अमरिया में पंजीकृत फर्म उजैफ एग्रो राइस मिल की जांच एसआइबी टीम बरेली ने की।
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जांच टीम ने डेटा एनालिसिस में पाया गया कि फर्म ने राइस मिल चलाई जाती है, जिसमें मानक से कम राइस ब्रान का उत्पादन दर्शाते हुए नियमित रूप से कर अदा नहीं किया जा रहा था। व्यापारी की ओर से 85 करोड़ की चावल व मुर्गी दाने की बिक्री दर्शाते हुए केवल 83 लाख के राइस ब्रान की बिक्री घोषित की गई, जबकि राइस तैयार करने के दौरान न्यूनतम छह प्रतिशत राइस ब्रान का उत्पादन होता है।
व्यापारी की ओर से उक्त राइस ब्रान की बिक्री पर देय कर को भी नकद में जमा न करके नियम का उल्लंघन करते हुए अनियमित रूप से आइटीसी से समायोजित कर रहे थे। जांच में व्यापारी ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए 50 लाख जांच के समय जमा कराए गए। शेष देय कर का आकलन अभिग्रहीत प्रपत्रों और जांच में पाए तथ्यों के आधार पर किया जा रहा है।
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