चालक का बेटा सीख रहा था बस, बैक करते वक्त ब्रेक की जगह एक्सीलेटर पर रख दिया पैर, चपेट में आए गार्ड की मौत
आरोप है कि घटना के एक घंटे बाद अशोक के स्वजन को झूठी जानकारी दी गई। बताया गया कि वह खड़े-खड़े गिर गए। बेटे ने प्रकरण में बस चालक व उसके बेटे पर षडयंत्र के तहत घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है।

बरेली, जागरण संवाददाता: सैटेलाइट बस अड्डे स्थित बरेली डिपो कार्यशाला पर बुधवार रात चालक की लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। कार्यशाला पर चालक सुरेश के बेटे मोहित को बस सीखा रहा था। इसी दौरान मोहित ने बस बैक करते समय ब्रेक की जगह एक्सीलेटर पर पैर रख दिया जिससे पीछे खड़े सिक्योरिटी गार्ड अशोक सक्सेना पर बस चढ़ गई और घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई।
आरोप है कि घटना के एक घंटे बाद अशोक के स्वजन को झूठी जानकारी दी गई। बताया गया कि वह खड़े-खड़े गिर गए। बेटे ने प्रकरण में बस चालक व उसके बेटे पर षडयंत्र के तहत घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है।
सिक्योरिटी गार्ड अशोक कुमार सक्सेना प्रेमनगर के कोहाड़ापीर के निवासी थे। तकरीबन तीन साल से वह सैटेलाइट बस अड्डे के पीछे बने बरेली डिपो के कार्यशाला पर तैनात थे। उससे पहले पुराने रोडवेज पर उनकी ड्यूटी थी। जानकारी के मुताबिक, बस अड्डे की कार्यशाला पर शाहजहांपुर के तिलहर कटरा निवासी सुरेश पाल सिंह अपने बेटे माेहित को बस चलाना सिखा रहे थे।
बस बैक करने के दौरान मोहित ने ब्रेक की जगह एक्सीलेटर पर पैर रख दिया। इसी दौरान पीछे खड़े अशोक कुमार सक्सेना पर बस चढ़ गई। चीखते ही उनकी आवाज बंद हो गई। जब तक लोग दौड़े, अशोक की मृत्यु हो चुकी थी। घटना से बस अड्डे पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस पहुंची, स्वजन को जानकारी दी गई।
अशोक के बेटे शोभित सक्सेना ने चालक व उसके बेटे पर षडयंत्र के तहत घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। शिकायती पत्र के आधार पर पुलिस ने आरोपित चालक सुरेश पाल सिंह व उसके बेटे मोहित के विरुद्ध असुरक्षित वाहन चलाकर दूसरे का जीवन खतरे में डालने व लापरवाही से मृत्यु की धारा में प्राथमिकी लिखी है।
अशोक के बेटे शोभित का आरोप
शोभित सक्सेना ने बताया कि रात में उनके पास फोन आया। बताया गया कि तुम्हारे पिता अशोक कुमार सक्सेना खड़े थे। अचानक से वह गिर गए। खून निकल रहा है। यह सुनते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पहुंचे तो पिता मृत अवस्था में पड़े थे।
उन्होंने जानकारी की तब पता चला कि वह खड़े-खड़े गिरे नहीं, उनके ऊपर बस चढ़ाई गई है। उन्होंने चालक व उसके बेटे पर षड्यंत्र के तहत घटना को अंजाम देने की बात कही। कहा कि चालक का बेटा मोहित बस चलाने के दौरान नशे में भी था। अशोक के परिवार में बेटा शोभित, बेटी चित्रा व मां माधुरी हैं। शोभित प्राइवेट नौकरी करते हैं।
रातभर हिरासत में रखा, सुबह थाने से नोटिस तामील कराकर छोड़ा
बारादरी पुलिस ने बताया कि अशोक के बेटे शोभित ने सुरेश व मोहित की लापरवाही से पिता की मृत्यु की बात लिखकर शिकायती पत्र दिया। उसी आधार पर दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई। बताया कि धारा 279 व धारा 304 ए दोनों में सात साल से कम की सजा है। लिहाजा, सुरेश व मोहित को नोटिस तामील कराकर थाने से जमानत दे दी गई।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने चालक को किया निलंबित
रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी ने घटना की जानकारी के बाद चालक सुरेश पाल सिंह को निलंबित कर दिया। उनका बेटा रोडवेज में ही ठेकेदार के माध्यम से टायर सेक्शन में आउटसोर्सिंग पर कार्यरत था। उसे भी कार्यशाला से निकाल दिया गया है।
इन्होंने कहा…
सीओ तृतीय चंद्रकांत मीणा ने बताया कि मामले में शिकायती पत्र के आधार पर चालक व उसके बेटे के विरुद्ध प्राथमिकी लिख ली गई है। आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
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