बरेली जेल में अपराधियों की मौज; गैंगस्टर समीर खान की फोटो वायरल, लिखा...मशहूर होने का शौक नहीं, कुछ लोगों का गुरूर तोड़ना है
Bareilly Crime News In Hindi प्रशासनिक आधार पर उसे लखनऊ से बरेली सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था। हत्या हत्या का प्रयास रंगदारी डकैती लूट जैसी गंभीर धाराओं में उस पर कई मुकदमे हैं। प्रतापगढ़ सुल्तानपुर फैजाबाद व लखनऊ में उसका आपराधिक इतिहास है। सेंट्रल जेल में उसकी कैसे आवभगत की जाती थी वह उसने तस्वीरों से बयां की है।

जागरण संवाददाता, बरेली। सेंट्रल जेल में अपराधियों की मौज की एक और तस्वीर सामने आई है। सुपारी किलर के बाद अब गैंगस्टर समीर खान उर्फ राका की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई है, जो हाई-सिक्योरिटी बैरक की है।
बैरक के अंदर वह किस तरह मौज से रहता था, उसे बयां करने के लिए उसने हर पोज में फोटो खिंचवाई और प्रसारित की। एक्स पर आरोपित की फोटो पोस्ट हुई तो खलबली मच गई। एक बार फिर सेंट्रल जेल प्रशासन सफाई पेश करने में जुट गया।
एक्स अकाउंट पर पोस्ट
प्रकरण को लेकर एक्स अकाउंट पर श्रुति अग्रवाल की ओर से रविवार को एक पोस्ट किया गया। फोटो के साथ किये गए पोस्ट में लिखा गया कि बरेली सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात अपराधी समीर खान उर्फ राका हाई-सिक्योरिटी बैरक में फोटो खिंचवाकर रौब झाड़ रहा है। जेल के अंदर अपराधियों को मोबाइल जैसी सुविधा दी जा रही है। डीजी कारागार, डीजीपी, बरेली पुलिस व आइजी रेंज को उन्होंने पोस्ट में टैग किया। इसी के बाद खलबली मच गई।
गैंगस्टर की तस्वीर पर बोला जेल प्रशासन
सेंट्रल जेल प्रशासन यह सफाई पेश करने में जुट गया कि गैंगस्टर की यह तस्वीर बीते साल भी प्रसारित हो चुकी है। फिर बताया गया कि आरोपित 11 मार्च को रिहा हुआ है, 13 मार्च को उसकी ओर से फोटो पोस्ट की गई है। गैंगस्टर समीर मूलरूप से गोंडा के कटरा थानाक्षेत्र का निवासी है। उस पर 1.50 लाख रुपये का इनाम था। साल 2018 में लखनऊ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
हाई-सिक्योरिटी बैरक से काले चश्मे के साथ पूरे स्टाइल में खिंचवाई फोटो पोस्ट कर उसने लिखा कि मशहूर होने का शौक नहीं है, बस कुछ लोगों का गुरुर तोड़ना है...।
सुपारी किलर लाइव चैट कर चुका है प्रसारित
शाहजहांपुर के पीडब्ल्यूडी ठेकेदार राकेश यादव की हत्या के आरोप में जेल में बंद सुपारी किलर आसिफ खान ने हाल में ही सेंट्रल जेल से लाइव वीडियो चैट प्रसारित की थी। जिसमें वह कह रहा था कि स्वर्ग में हूं...। मामले में भी जेल प्रशासन ने पर्दा डालने की कोशिश की। कहा कि वीडियो बंदी ने पेशी के दौरान बनाया होगा। जांच में जेल प्रशासन का झूठ खुल गया। आठ मार्च की शाम पांच बजकर 56 मिनट पर सेंट्रल जेल परिसर में ही सुपारी किलर द्वारा लाइव चैट की बात सामने आई। इसी के बाद डीआइजी जेल ने जेलवार्डर रविशंकर द्विवेदी, हंसजीव शर्मा व गोपाल पांडेय को निलंबित कर दिया।
डिप्टी जेलर किशन सिंह वल्दिया हटा दिये गए। जेलर विजय कुमार राय व नीरज कुमार से स्पष्टीकरण तलब किया गया। सुपारी किलर को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया। सख्ती के लिए लंबे समय से सेंट्रल जेल में खाली चल रही वरिष्ठ जेल अधीक्षक का पद भरा गया। बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को वीआइपी ट्रीटमेंट देने में निलंबित हुए अविनाश गौतम को जिम्मेदारी दी गई। यहां भी वह गैंगस्टर के वीआइपी ट्रीटमेंट का दौर खत्म नहीं कर सके। हाई सिक्योरिटी बैरक का प्रसारित फोटो इसका गवाह है।
जिला जेल में बिना बीमारी भर्ती थे दो बंदी
सुपारी किलर प्रकरण के बाद जिला जेल के अस्पताल में चल रहा खेल उजागर हुआ था। अफसरों के औचक निरीक्षण में दो बंदी ऐसे मिले जो बिना बीमारी ही अस्पताल में मौज कराने के लिए भर्ती रखे गए थे। बंदियों को उपचार के नाम पर मौज कराने वाले दोनों डाक्टर डा. शशांक व डा. शील गौतम को हटा दिया गया था। दोनों की भूमिका की जांच के लिए सीएमओ की ओर से दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई थी। शासन से पूरे मामले में रिपोर्ट तलब की गई थी।
उमेशपाल हत्याकांड का रचा जा चुका है षडयंत्र
जेल अपराधियों के लिए कैसे पनाहगाह बनी हैं, इसकी बानगी बीते साल प्रयागराज में हुए उमेशपाल हत्याकांड के बाद सामने आई थी। जांच में पता चला कि उस समय जेल में बंद रहा माफिया अशरफ ने गुर्गों के जरिये उमेशपाल की हत्या का षडयंत्र रचा। बाकायदा, जेल से मुलाकात कर लौटते सभी गुर्गों के फुटेज भी सामने आए। जांच में सुविधा शुल्क लेकर अपराधियों को मौज कराने की पुष्टि हुई थी। अब गैंगस्टर राका से साफ है कि जेलों में कुछ नहीं बदला।
गैंगस्टर समीर खान उर्फ राका 11 मार्च को सेंट्रल जेल से रिहा हुआ है। उसकी हाई-सिक्योरिटी बैरक से एक फोटो प्रसारित होने की बात सामने आई है। इस संबंध में जांच बैठा दी गई है। - कुंतल किशोर, डीआइजी जेल
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