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आज 177 साल का हो जाएगा बरेली कॉलेज

By Edited By: Published: Wed, 16 Jul 2014 10:02 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jul 2014 10:02 PM (IST)
आज 177 साल का हो जाएगा बरेली कॉलेज

जागरण संवाददाता, बरेली : बरेली कॉलेज गुरुवार को 177 साल का हो जाएगा। 1837 में नौमहला मस्जिद के पास के मुहल्ले में एक सरकारी स्कूल के रूप में बरेली कॉलेज की शुरूआत हुई जो आज उच्च शिक्षा के मामले में अपना एक अलग मुकाम बना चुका है। 177 साल के सफर में कॉलेज के नाम कई उपलब्धियां जुड़ी हैं। चाहें नैक द्वारा ए ग्रेड मिलने की बात हो या फिर विश्वविद्यालय बनने की राह में आगे बढ़ने की। बवाल पर बवाल हुए, कॉलेज की प्रतिष्ठिा भी दांव पर लगी है लेकिन कॉलेज सारी परिस्थितियों को दरकिनार करते हुए आगे बढ़ा और नई उंचाइयों को छुआ। आज बरेली कॉलेज में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमकॉम, एमएससी , सेल्फ फाइनेंस कोर्स और डिप्लोमा कोर्स में हजारों बच्चे शिक्षा हासिल कर रहें हैं। इसके साथ ही प्रदेश भर से युवा यहां प्रवेश के लिए आते हैं। यहां के पढ़े हुए छात्र दुनिया भर में नाम कर रहें हैं। समय के साथ कॉलेज का शैक्षिक माहौल राजनीति की भेंट चढ़ गया और आज यहां प्रवेश लेने के लिए छात्र कतराते नजर आत हैं। बरेली कॉलेज की पहचान बवाली कॉलेज के रूप में होती जा रही है।

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चार बार बंद हुआ बरेली कॉलेज

1837 में नौमहला मस्जिद के पास के मुहल्ले से एक सरकारी स्कूल के रूप में बरेली कॉलेज शुरू हुआ। पहले साल 57 छात्रों ने एडमिशन लिया और रोजर्स इसके पहले हेडमास्टर बने। 1857 की क्रांति में कॉलेज प्रभावित हुआ। यहा के प्राचार्य डॉ. कारलोस बक को क्रांतिकारियों ने ब्रिटिश प्रतीक मानते हुए मार डाला और कॉलेज बंद हो गया। 1859 में कॉलेज फिर शुरू हुआ। 1877 में आर्थिक संकट के चलते कॉलेज फिर से बंद हो गया। बरेली कॉलेज के उप प्राचार्य पंडित छेदालाल के प्रयासों से जयपुर के राजा जगत सिंह की अध्यक्षता में कॉलेज के फिर से संचालन के लिए सेंट्रल कमेटी बनी। इसमें देशभर के राजाओं और अमीर लोगों ने आर्थिक सहयोग किया। कॉलेज 1884 में फिर शुरू हो गया। कॉलेज को सबसे पहले कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्धता मिली। बाद में आगरा विश्वविद्यालय से संबद्धता मिली। कई उठापठक के बाद नवाब रामपुर ने 110 एकड़ भूमि बरेली कालेज को दी। 17 जुलाई 1905 को इसी परिसर में सभागार का शिलान्यास हुआ। साल भर में यह भवन तैयार हो गया। 17 जुलाई 1906 को निर्मित भवन का उद्घाटन हुआ। 18 जुलाई कॉलेज शुरू हो गया।

कॉलेज ने भुला दिया स्थापना दिवस

पिछले साल ही बरेली कॉलेज का स्थापना दिवस मनाने का सिलसिला शुरू हुआ था। पूर्व प्राचार्य डॉ.आरपी सिंह ने इसकी शुरूआत की थी। सभागार में एक भव्य समारोह आयोजित हुआ था जहां कॉलेज में विशिष्ठ उपलब्धियां हासिल करने वालों को सम्मानित किया था लेकिन इस बार कॉलेज अपने जन्मदिन को भूल गया। छात्रों के बवाल और राजनीतिक हस्तक्षेप से आलम यह हो गया कि जिम्मेदारों को यह भी अहसास नहीं हुआ कि कॉलेज का स्थापना दिवस कब आता है।

यह रहीं उपलब्धि्यां

-यूजीसी द्वारा यूजी और पीजी के लिए सबसे अधिक ग्रांट मिली।

-नेक द्वारा ए ग्रेड

-विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर

-बॉटनी विभाग को फीस्ट का दर्जा मिला

-कॉलेज से एक अंतराष्ट्रीय जनरल का प्रकाश भी होता है

-यहां बीस हजार से अधिक छात्र शिक्षा हासिल करते।


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