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    ₹35 करोड़ की एक्साइज चोरी: शराब माफिया प्रणव अनेजा, मनोज जायसवाल समेत 27 पर 'गैंग्स्टर' एक्शन

    Updated: Sat, 13 Dec 2025 12:28 AM (IST)

    बरेली में ₹35 करोड़ की एक्साइज चोरी के मामले में शराब माफिया प्रणव अनेजा, मनोज जायसवाल समेत 27 लोगों पर 'गैंग्स्टर' एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। यह ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, बरेली। बदायूं और बरेली के शराब माफियाओं के विरुद्ध सहारनपुर प्रशासन ने शिकंजा कसा है। चार साल पहले टपरी स्थित को-आपरेटिव शराब फैक्ट्री में करीब 35 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी समेत दो मुकदमों में आरोपित रहे कंपनी एमडी प्रणव अनेजा, पार्टनर मनोज जायसवाल, नीरज जायसवाल समेत 27 के खिलाफ गैंग्स्टर की कार्रवाई की गई है।

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    जांच में तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी समेत विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता का मामला भी उजागर हुआ है। थाना प्रभारी की ओर से गैंग्स्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में वर्ष 2021 में आरोपितों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। इन दोनों मामलों में आरोपित 27 लोग जेल गए थे। फिलहाल सभी आरोपित जमानत पर हैं।

    मामले की जांच एसआइटी को सौंपी गई थी। एसटीएफ ने बरेली के ग्रीन पार्क निवासी शराब कारोबारी मनोज जायसवाल को जनवरी 2022 में लखनऊ से गिरफ्तार किया था। मनोज पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था। शराब की टैक्स चोरी, धोखाधड़ी और जालसाजी में जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था और एसआइटी ने उसमें चार्जशीट दाखिल की थी।

    इसके बावजूद शराब कारोबारी ने पूरे उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानों के ठेके ले रखे हैं। इधर, सहारनपुर पुलिस के अनुसार कंपनी के एमडी समेत फैक्टरी से जुड़े 27 लोगों के साथ मिलकर रुपये कमाने को गैंग बनाकर काम कर रहे थे। फैक्ट्री में अवैध रूप से अतिरिक्त देशी शराब निर्मित कर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सप्लाई की जा रही थी।

    इसमें फैक्ट्री एमडी प्रणव अनेजा के अलावा यूनिट हेड, बारकोड डिस्पेचर, क्वालिटी कंट्रोलर, बाटलिंग इंचार्ज, एटीपी इन इंचार्ज, केमिस्ट, ट्रांसपोर्टर एसबीटीसी, ट्रक ड्राइवर समेत अन्य सदस्यों की मिलीभगत से कार्य किया जा रहा था। गैंग बनाकर सरकार को राजस्व हानि पहुंचाने के उद्देश्य से अभिलेखों में फर्जीवाड़ा और हेराफेरी की। फैक्ट्री में उत्पादन का असली आंकड़ा छिपाने के लिए तकनीकी सिस्टम में छेड़छाड़ की जाती थी।

    जीपीएस, सीसीटीवी आदि जैसे तकनीकी पर्यवेक्षक उपकरणों में छेड़छाड़ कर गैर-लाइसेंसी शराब की खेप को सुरक्षित रूटों से बाहर भेजा जाता रहा। इससे बड़ी मात्रा में जीएसटी चोरी, एक्साइज की चोरी, इनकम टैक्स चोरी और मनीलांड्रिंग की गई। जांच में सामने आया कि 11 महीने की अवधि में लगभग 35 करोड रुपये की एक्साइज चोरी की गई।

    बरेली से बदायूं समेत पूरी यूपी में फैला है शराब का कारोबार

    नामजद मुख्य आरोपी प्रणय अनेजा बदायूं के रहने वाले हैं। शराब, सराफा और रियल एस्टेट जैसे कई व्यवसायों से जुड़ा है। मनोज और उसके भाई नीरज जायसवाल बरेली के ग्रीन पार्क निवासी हैं। इनके अलावा सीबीगंज के अश्विनी कुमार उपाध्याय, भमोरा क्षेत्र के अजय जायसवाल और मनीष उर्फ मिंटू जायसवाल, बदायूं के प्रदीप गुप्ता और बिल्सी निवासी वीरेंद्र शंखधार को भी इस अवैध सप्लाई चेन का अहम हिस्सा पाया गया।