पीलीभीत के जिला महिला अस्पताल ने एकबार फिर किया गौरावान्वित, कायाकल्प सूची में प्रदेश में रहा अव्वल
विगत कई वर्षों में अपने प्रदर्शन से जनपद को प्रदेश स्तर पर गौरवांवित होने का अवसर देने वाला जिला महिला अस्पताल एक बार फिर प्रदेश की कायाकल्प सूची में ...और पढ़ें

बरेली, जेएनएन। विगत कई वर्षों में अपने प्रदर्शन से पीलीभीत जनपद को प्रदेश स्तर पर गौरवांवित होने का अवसर देने वाला जिला महिला अस्पताल एक बार फिर प्रदेश की कायाकल्प सूची में अव्वल स्थान पर रहा है। जिला महिला अस्पताल ने कायाकल्प प्रतियोगिता में सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं। इसके अलावा इको फ्रेंडली अवार्ड जीतने वाला प्रदेश का एकमात्र अस्पताल बनकर सामने आया है। जिला महिला अस्पताल को कायाकल्प इको फ्रेंडली अवार्ड समेत कुल 18 लाख रूपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। गत वर्ष जिला महिला अस्पताल ने कायाकल्प प्रतियोगिता में पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त कर कामयाबी का डंका बजाया था।
प्रदेश भर के जनपद स्तरीय सरकारी चिकित्सालयों के बीच होने वाली कायाकल्प प्रतियोगिता तीन चरणों मे आयोजित की जाती है। प्रथम चरण में प्रदेश के 145 चिकित्सालयों का आंतरिक असेसमेंट किया गया। दूसरे चरण में प्रदेश के 139 चिकित्सालयों का पियर भौतिक असेसमेंट कराया गया। इसके बाद चयनित हुए 121 अस्पतालों का तीसरे चरण में राज्य स्तर की टीम ने निरीक्षण कर मूल्यांकन किया। तीन चरणों के बाद कुल 95 अस्पताल पुरस्कार हेतु अर्ह पाए गए जिन्होंने मूल्यांकन में 70 फीसद से अधिक नंबर प्राप्त किये।
95.27 फीसद प्राप्त कर अव्वल: जिला महिला अस्पताल ने अंतिम मूल्यांकन के बाद जारी सूची में अव्वल स्थान पर नाम दर्ज कराया है। जिला महिला अस्पताल को 95.27 फीसद अंक प्राप्त हुए हैं। हालांकि नियमानुसार प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए गत वर्ष प्राप्त अंकों से पांच फीसद अधिक अंक प्राप्त करने होते हैं। गत वर्ष जिला महिला अस्पताल ने 94 फीसद अंक प्राप्त किये थे। इस बार प्रथम स्थान जिला महिला अस्पताल मुजफ्फरनगर को दिया गया है जिसने 94.55 फीसद अंक प्राप्त किए हैं। हालांकि यह जनपद के जिला महिला अस्पताल द्वारा प्राप्त अंकों से कम हैं। जिला महिला अस्पताल को नियमानुसार तीन लाख रुपये की धनराशि मान्य हुई है लेकिन सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के प्रदर्शन को दोहराने के कारण आठ लाख रुपये कायाकल्प अवार्ड धनराशि में मिलेंगे।
प्रदेश का पहला ईको फ्रेंडली अस्पताल: कायाकल्प प्रतियोगिता में इस वर्ष पहली बार ईको फ्रेंडली अवार्ड की श्रेणी जोड़ी गई। इस श्रेणी में जिला महिला अस्पताल पूरे प्रदेश में पुरस्कार प्राप्त करने वाला एकमात्र अस्पताल रहा। इस तरह जिला महिला चिकित्सालय प्रदेश का पहला ईको फ्रेंडली अस्पताल बनकर उभरा है। इस श्रेणी में जिला महिला अस्पताल को 10 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
इन मानकों पर हुआ मूल्यांकन: कायाकल्प प्रतियोगिता में अस्पताल प्रबंधन, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण रोकथाम, सहगामी सुविधाएं, अभिलेखीकरण, स्टाफ ट्रेनिंग, मरीजों की देखभाल, उपचार की सुविधा, सामुदायिक सहभागिता आदि समेत करीब 100 बिंदुओं पर मूल्यांकन किया जाता है। इस दौरान अस्पताल में तैनात स्टाफ का साक्षात्कार भी लिया जाता है।
ऊर्जा संरक्षण में बनाया अस्पताल को बेहतर: जिला महिला अस्पताल में ऊर्जा संरक्षण पर व्यापक कार्य किया गया जिस कारण प्रदेश का कोई अस्पताल अंकों में आसपास भी नहीं आ सका। जिला महिला अस्पताल में सोलर पैनल, एलईडी बल्ब, बेहतर रेटिंग इलेक्ट्रिक सामान, बिना प्रयोग के कंप्यूटर व विद्युत उपकरण बंद रखने, प्लास्टिक प्रतिबंधित, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, कूड़ा-कचरा प्रबंधन, धूम्रपान निषेध, हरा-भरा वातावरण, प्राकृतिक रोशनी का सदुपयोग, पुस्तकालय, योगा कक्ष, ध्यान कक्ष, रैन बसेरा, गोबर गैस प्लांट, शोर मुक्त वातावरण आदि के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण का सफल उदाहरण प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी है।
इनकी रही भूमिका
सीएमएस का अहम योगदान: मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डा. अनीता चौरसिया के निर्देशन में जिला महिला अस्पताल ने निरंतर प्रगति की है। स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर जनपद व प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण सेवा देने में जिला महिला अस्पताल अव्वल रहा है। यही कारण रहा कि कई प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने पारिवारिक सदस्यों के प्रसव के लिए जनपद के जिला महिला अस्पताल का चुनाव किया। डा. अनीता ने जिला महिला अस्पताल में स्वास्थ्य अधोसंरचना व सुविधा की दृष्टि से बेहतर काम किया जिस कारण जनता जिला महिला अस्पताल पर भरोसा करती है। डा. अनीता चौरसिया ने सफलता का श्रेय पूरे स्टाफ को दिया है।

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