Railway Junction : तलाशी के बिना प्लेटफार्म पर पहुंचना मुश्किल Bareilly News
जंक्शन के भीतर जाने के सभी प्रमुख रास्तों पर खाकी यानी राजकीय रेलवे पुलिस(जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल(आरपीएफ) का पहरा है।
बरेली, जेएनएन : इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के कथित एरिया कमांडर की धमकी मिलने के बाद से जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था ज्यादा चाक-चौबंद हुई है। जंक्शन के भीतर जाने के सभी प्रमुख रास्तों पर खाकी यानी राजकीय रेलवे पुलिस(जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल(आरपीएफ) का पहरा है, ऐसे में तलाशी या जांच के बगैर अंदर जाना मुश्किल है। खासकर मुख्य द्वार, टिकट घर और जीआरपी वाले रास्ते पर।
मुख्य द्वार पर लगेज स्कैनर पर चेकिंग के लिए जहां पहले एक ही आरपीएफ कर्मी की ड्यूटी रहती थी। वहीं, अब दो आरपीएफ जवान स्कैन होने वाला सामान चेक करते हैं। इसके अलावा डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) से गुजरने वाले लोगों की चेकिंग के लिए भी मुरादाबाद मंडल से ट्रेनिंग के लिए आए दारोगा ड्यूटी पर हैं। एक अन्य दारोगा की ड्यूटी मुख्य द्वार के दूसरे गेट पर है। यह गेट जंक्शन से बाहर जाने के लिए है। दारोगा की ड्यूटी इस गेट से लोगों को आने से रोकने की है। रविवार को दोनों दारोगा ड्यूटी पर मुस्तैद दिखे। वहीं, जीआरपी की ओर गेट पर जंक्शन जीआरपी मैन्युअली तलाशी लेकर अंदर आने दे रही है।
प्लेटफार्म टिकट नहीं तो जुर्माना
मुख्य टिकट निरीक्षक (सीआइटी) अभय कुमार चौबे ने बताया कि प्लेटफार्म पर बिना टिकट मिलने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने के साथ ही संदिग्ध दिखने पर इसकी जानकारी आरपीएफ को भी देने के लिए कहा है।
कंट्रोल रूम से चप्पे-चप्पे पर नजर
जंक्शन पर पिछले साल करीब तीस हाई क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। आरपीएफ की ओर फुटओवर ब्रिज के पास इसका कंट्रोल रूम भी बनाया। यहां चौबीस घंटे आरपीएफ और जीआरपी जवानों की ड्यूटी लगाई है। ये जवान आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्ट में चप्पे-चप्पे पर नजर रखते हैं। प्रवेश के मुख्य द्वारों पर अतिरिक्त फोर्स की गई है तैनात, 30 हाई क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
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