Updated: Mon, 11 Mar 2024 03:14 PM (IST)
चार वंदे भारत ट्रेनों के रूट का विस्तार किया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग से 764 स्थल जुड़ेंगे। देश में रेलवे लगातार वंदे भारत ट्रेनों का संचालन कर रहा है लेकिन बरेली जंक्शन से एक भी वंदे भारत ट्रेन का संचालन नहीं किया जा रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 82 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं भारतीय रेलवे में चल रही हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली। उत्तर रेलवे के देहरादून रेलवे जंक्शन से लखनऊ के लिए नई वंदे भारत का संचालन 12 मार्च से शुरू होगा। प्रतिदिन चलने वाली यह ट्रेन बरेली जंक्शन पर भी रुका करेगा। हालांकि, अभी इसकी समय सारिणी स्पष्ट नहीं है। इसके साथ ही मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग से देहरादून-लखनऊ समेत 10 वंदे भारत ट्रेन के संचालन का शुभारंभ करेंगे।
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इसमें चार वंदे भारत ट्रेनों के रूट का विस्तार किया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग से 764 स्थल जुड़ेंगे। देश में रेलवे लगातार वंदे भारत ट्रेनों का संचालन कर रहा है, लेकिन बरेली जंक्शन से एक भी वंदे भारत ट्रेन का संचालन नहीं किया जा रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 82 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं भारतीय रेलवे में चल रही हैं। ये ट्रेनें उप्र व उत्तराखंड समेत 24 राज्यों और 256 जिलों से गुजरती हैं।
बरेली, शाहजहांपुर आदि स्टेशन नहीं थे शामिल
इन जिलों में बरेली, शाहजहांपुर आदि स्टेशन शामिल नहीं थे। रेलवे की जिन 10 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी कराएंगे। इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे की वंदे भारत ट्रेन 22549 और 22550 गोरखपुर जंक्शन लखनऊ गोरखपुर जंक्शन वंदे भारत एक्सप्रेस का मार्ग विस्तार प्रयागराज जंक्शन तक किया जाएगा।
इस वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ तीन और ट्रेनों का मार्ग विस्तार होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार प्रधानमंत्री श में 85,000 करोड़ से अधिक की लागत से विभिन्न रेल परियाजनाओं का शिलान्यास लोकार्पण करेंगे।
पीएम मोदी एक स्टेशन एक उत्पाद के 1,500 से अधिक स्टाल, 50 स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र, 51 गति शक्ति मल्टीमाडल कार्गो टर्मिनल, रेलवे गुड्स शेडों, 16 रेलवे कारखानों, लोको शेडों, पिट लाइन, कोचिंग डिपो, 35 रेल कोच रेस्टोरेंट, 2,135 किमी के विद्युतीकरण, 1500 किमी के दोहरीकरण, तीसरी लाइन, आमान परिवर्तन, ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर समेत बड़ी संख्या में काम कराए जाएंगे। भारतीय रेलवे की ओर से 51 जोड़ी ट्रेनों का संचालन और किया जाएगा।
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