Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cyber Fraud: ट्रेडिंग के नाम पर 21.16 लाख रुपये की ठगी, अनजान नंबर से फोन कर दिया था झांसा फिर लिंक भेजकर फंसाया

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 08:46 PM (IST)

    बरेली में हाल ही में एक ऐसा ही मामला और सामने आया जिसमें ठगों ने एक युवक को ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे की बात कहकर फंसा लिया और उनके अलग-अलग बैंक खातों से 21.16 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत की गई है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, बरेली। साइबर ठग इन दिनों या तो लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी कर रहे हैं या फिर उन्हें इंवेस्टमेंट, ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे के नाम पर फंसा रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला और सामने आया जिसमें ठगों ने एक युवक को ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे की बात कहकर फंसा लिया और उनके अलग-अलग बैंक खातों से 21.16 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत की गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें


    बिहारीपुर कसगरान निवासी राजीव अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि, जुलाई में उनके पास एक अनजान नंबर से उनके मोबाइल पर एक संदेश आया। जिसमें उसने ट्रेडिंग के टिप्स की बात कही, और मोटे मुनाफे का झांसा दिया। इसके बाद उन्हें एक दूसरे नंबर से लिंक भेजा कहा कि इस लिंक के माध्यम से जुड़ जाएं। धीरे-धीरे वह फंसाता रहा और उनसे ट्रेडिंग के नाम पर रुपये अलग-अलग खातों में डलवाता रहा।

    आरोप है कि आरोपित ने दो माह में उनसे 21.16 लाख रुपये उनके दो बैंक खातों से अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए थे। जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है तो उन्होंने आरोपित को फोन किया लेकिन उसने फोन उठाना बंद कर दिया। इस मामले में भी साइबर थाने में प्राथमिकी लिखी गई है।

    बिना ओटीपी के खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर हो गए 5.45 लाख रुपये

     

    उधर, सीबीगंज के सरनिया निवासी जफरुद्दीन ने भी साइबर थाने में प्राथमिकी लिखाई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि, उनके बैंक खाते से तीन बार में 5.45 लाख रुपये किसी दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर हो गए। इस बात की उन्हें जानकारी भी नहीं। न तो कोई ओटीपी आया और न ही उन्होंने स्वयं किसी को यह रुपये भेजे हैं। बैंक से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि किसी दूसरे खाते में रकम भेजी गई है। इस मामले में भी साइबर पुलिस ने प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है।

    साइबर ठगी से बचने के लिए यह करें उपाय


    - कभी भी किसी भी कस्टमर केयर का नंबर गूगल से न निकाले
    - यदि कोई नंबर गूगल से निकाला है तो अपने बैंक खातों से संबंधित जानकारी न दें
    - किसी भी व्यक्ति के साथ कोई ओटीपी शेयर न करें
    - अनजान नंबर से आए लिंक पर भी कभी क्लिक न करें
    - किसी भी तरह के लालच में न आएं
    - कोई इंवेस्टमेंट का झांसा दे तो कभी भरोसा न करें
    - पुलिस कभी भी वीडियो काल या डिजिटल अरेस्ट नहीं करती, यदि कोई ऐसा करता है तो उसकी बातों पर यकीन न करें
    - यदि कोई होटल रेटिंग के नाम पर रुपये देने की बात कहे तो उस पर भरोसा न करें