Bareilly News : उर्स ए रजवी के मंच से सलमान अजहरी का फोटो-वीडियो बनाने पर उलेमा नाराज, बोले- आला हजरत के फतवे के विपरीत किया काम
बरेली के दरगाह आला हजरत में उर्स ए रजवी के दौरान मुफ्ती सलमान अजहरी के भाषण में वीडियोग्राफी पर विवाद हुआ। उलेमा ने नाराजगी जताई क्योंकि दरगाह में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी नाजायज है। मुफ्ती ए आजम हिंद ने भी ऐसा फतवा दिया था। सेल्फी लेने पर भी आपत्ति जताई गई।
जागरण संवाददाता, बरेली । सुन्नी बरेलवी मसलक (पंथ) के सबसे बड़े मरकज (केंद्र स्थल) दरगाह आला हजरत के 107वें उर्स ए रजवी के मंच पर आए मुंबई के मुफ्ती सलमान अजहरी ने आला हजरत की शान में तकरीर की। लेकिन फोटोग्राफी और वीडियो बनाने पर पाबंदी होने के बावजूद सलमान अजहरी के चाहने वालों ने वीडियोग्राफी और फोटो क्लिक कर दिए।
इंटरनेट पर तर्क-वितर्क शुरू
इससे कुछ उलेमा ने नाराजगी जताई, जबकि बाद में इंटरनेट मीडिया पर तर्क-वितर्क शुरू हो गए। इसके बाद सज्जादानशीन अहसन मियां ने फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी को नाजायज करार दिया। आला हजरत के बेटे मुफ्ती ए आजम हिंद ने फोटो क्लिक कराने और वीडियो बनवाने को नाजायज करार देते हुए फतवा दिया था, जिसका अनुपालन सुन्नी बरेलवी मुसलमान करते हैं।
आला हजरत के 107वें उर्स ए रजवी के मौके पर जब सलमान अजहरी ने तकरीर करना शुरू किया तो बड़ी संख्या में लोगों ने वीडियो और फोटो बनाना शुरू कर दिया। उर्स ए रजवी के मंच से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी रोकने के लिए खासतौर पर मनाही की गई, लेकिन बड़ी संख्या में कैमरे मंच की ओर हो गए। चाहकर भी उनको नहीं रोका जा सका।
फिर से तकरीर करने की मांग
सलमान अजहरी की तकरीर खत्म होने के बाद उनको फिर से तकरीर करने की मांग की गई, जबकि मारहरा शरीफ के सज्जादानशीन ने भी नाराजगी जताई। बाद में सलमान अजहरी ने नौजवानों के साथ सेल्फी लेकर नौजवानों के मिजाज खराब करने का काम किया। लेकिन दीन को संजीदगी से पालन करने वाले लोगों ने इस पर आपत्ति जताई।
साथ ही लिखा कि जिम्मेदार हस्तियों के सामने सलमान अजहरी के सेल्फीबाज समर्थकों ने आला हजरत के फतवे के विपरीत काम किया और दीगर उलमा-ए-अहले सुन्नत और ब खरा-ए-किराम का गुस्ताख बना दिया। इससे काफी देर तक उर्स ए इस्लामिया के मैदान में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
फोटो और वीडियोग्राफी न करने को लेकर दरगाह से फतवा है। इस वजह से दुनिया भर में उर्स का होने वाला लाइव टेलीकास्ट सिर्फ आडियो में किया जाता है न कि वीडियो में। मंच से बार-बार फोटो और वीडियो नहीं बनाने की अपील की जाती है। मंच के पास मुफ्ती सलमान अजहरी या किसी भी उलेमा की वीडियो या फोटो क्लिक है, वो गलत है। ये दरगाह के नियम कानून के विरुद्ध है। - मुफ्ती अहसन रजा कादरी, सज्जादानशीन दरगाह आला हजरत
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