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    Bareilly News: कुतुबखाना ओवरब्रिज निर्माण ने बढ़ाई परेशानी, बरेली मेट्रो का बदलेगा रूट, फिर होगा सर्वे

    By Vivek BajpaiEdited By:
    Updated: Mon, 31 Oct 2022 05:22 PM (IST)

    बीडीए के अधिशासी अभियंता आशु मित्तल ने बताया कि बरेली मेट्रो के लिए हर संभावनाओं को टटोला जा रहा है। कुतुबखाना पुल बनने से कुछ दिक्कतें आ रही हैं लेकिन विशेषज्ञ अन्य पहलुओं पर भी काम कर रहे हैं

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    अधिकारी जल्‍द ही बैठक कर मेट्रो का नया रूट तय करेंगे। फाइल फोटो

    बरेली, जागरण संवाददाता। शासन के निर्देश पर शहर में मेट्रो दौड़ाने के लिए जुटे विशेषज्ञों के लिए कुतुबखाना ओवरब्रिज ने परेशानी बढ़ा दी है। इसको लेकर कार्यदायी संस्था के इंजीनियर नगर निगम व बीडीए के अफसरों को लेकर फिर से रूट का सर्वे करने काे लेकर मंथन कर रहे हैं। इसके लिए अगले सप्ताह बैठक बुलाई गई है। हालांकि बैठक की अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है।

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    शासन के निर्देश पर बरेली समेत छह शहरों में मेट्रो चलाने की संभावनाओं को टटोला जा रहा है। इसको लेकर जून व जुलाई माह में बीडीए ने कार्यदायी संस्था राइट्स को डीपीआर बनाने के लिए अनुबंध किया। इसके बाद कार्यदायी संस्था ने सबसे अधिक ट्रैफिक वाले क्षेत्र को जोड़ने वाले दो रूट (बैरियर पुलिस चौकी से सेटेलाइट होते हुए रेलवे स्टेशन तक और जंक्शन से कुतुबखाना होते हुए बैरियर चौकी तक) तय किए। लेकिन सितंबर में पुल का काम शुरू कर दिए जाने के बाद कुतुबखाना बाजार में मेट्रो दौड़ाने के लिए संभावित रूट खतरे में पड़ गई।

    दूसरी संभावनाओं पर विचार कर रहे अफसर 

    अब अफसर भूमि के नीचे मेट्रो ले जाने पर लागत बढ़ने की बात कहते हुए दूसरे संभावनाओं को तलाशने में जुटे हैं। यह भी देखा जा रहा कि किस क्षेत्र में मेट्रो के लिए ट्रैफिक मिल पाएगा। बीडीए के अधिशासी अभियंता आशु मित्तल ने बताया कि बरेली मेट्रो के लिए हर संभावनाओं को टटोला जा रहा है। कुतुबखाना पुल बनने से कुछ दिक्कतें आ रही हैं लेकिन विशेषज्ञ अन्य पहलुओं पर भी काम कर रहे हैं। बताया कि अगले सप्ताह नगर निगम, कार्यदायी संस्था राइट्स के साथ बैठक कर रूट को लेकर चर्चा की जाएगी।

    20 किमी के गलियारे के लिए 1.16 करोड़ में तैयार हो रहा डीपीआर

    बीडीए ने मेट्रो के लिए कार्यदायी संस्था राइट्स को 1.16 करोड़ रुपये में डीपीआर बनाने के लिए अनुबंधित किया है। राइट्स 20 किलोमीटर गलियारे का डीपीआर तैयार कर रहा था कि इस बीच कुतुबखाना ओवरब्रिज ने काम बढ़ा दिया।