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    सीएम ने कहा, नाथ नगरी टर्मिनल के नाम से होगा बरेली एयरपोर्ट

    By Sant ShuklaEdited By:
    Updated: Fri, 18 Dec 2020 09:52 AM (IST)

    सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों को संबोधित करने के बाद गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की। इस बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने मुद्दे उठाए। भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल मौर्य ने बरेली एयरपोर्ट का नामकरण नाथ नगरी टर्मिनल कराने के लिए कहा।

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    मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि एयरपोर्ट का नाम नाथ नगरी टर्मिनल ही होगा।

     बरेली, जेएनएन। सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों को संबोधित करने के बाद गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की। इस बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने मुद्दे उठाए। भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल मौर्य ने बरेली एयरपोर्ट का नामकरण नाथ नगरी टर्मिनल कराने के लिए कहा। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि एयरपोर्ट का नाम नाथ नगरी टर्मिनल ही होगा।

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    टेक्सटाइल पार्क का मुद्दा केंद्रीय मंत्री ने उठाया

    केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री से कहा कि टेक्सटाइल पार्क का प्रोजेक्ट निवेश की वजह से अटका हुआ है। निवेशकों के सामने आने के बाद बड़े पैमाने पर बरेली में रोजगार सृजन होगा। इस पर सीएम योगी ने उन्हें आश्वासन दिया है।

     

    मेगा फूड पार्क शुरू कराएं

    बहेड़ी विधायक छत्रपाल मेगाफूड पार्क शुरू करने को कहा, ताकि युवाओं को रोजगार के लिए उत्तराखंड, रुद्रपुर न जाना पड़े। साथ ही कहा कि पशु संवर्धन केंद्र शुरू होगा तो गोशाला में हजारों पशु रह सकेंगे। उन्होंने बहेड़ी क्रासिंग चीनी मिल के पास ओवरब्रिज, बहेड़ी से टाउन को जोडऩे वाली सड़क का निर्माण और तीन छोटे पुल बनवाने की मांग रखी।

     

    एम्स जैसा अस्पताल चाहिए

    शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि बदायूं, हल्द्वानी में सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल हैं। बरेली में भी एम्स स्तर का अस्पताल होना चाहिए। बरेली इंडस्ट्री हब बनाया जाए, ताकि बेरोजगारी की बड़ी समस्या दूर हो।

     

    कोर ग्रुप की हर महीने बैठक, सुझाव जाएंगे सीएम ऑफिस

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगठन के कोर ग्रुप की बैठक हर महीने करने के निर्देश दिए। कहा कि क्षेत्र विकास के सुझाव तैयार कर  शासन तक पहुंचाएं। जयपाल सिंह व्यस्त ने शाहजहांपुर के गन्ना शोध संस्थान मेें ही गन्ना विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने की मांग की। डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने कहा कि वित्त विहीन शिक्षक सबसे ज्यादा कोविड काल में प्रभावित हुए हैं। उन्हें शिक्षक का दर्जा दिलाया जाए।