छठ पूजा की तैयारियां तेज, रेलवे कॉलोनी में पारंपरिक गीत गाकर महिलाओं ने व्रत के लिए धोकर सुखाया अनाज
बुधवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर और इज्जतनगर रेलवे कालोनी में छठ पूजा की तैयारियों में जुटी महिलाएं भोजपुरी के परंपरागत गीत गाते हुए गेहूं धोकर सुखा रही थीं।

जागरण संवाददाता, बरेली। ‘आ गइल छठी मइया तोहर दिनवा, सखिया चल गेहूं धोवईं। सखिया चल गेहूं धोवईं, चावल बिनवईं, धूप में सुखवईं।’ भोजपुरी का यह परंपरागत गीत बुधवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर और इज्जतनगर रेलवे कालोनी में छठ पूजा की तैयारी कर रही महिलाओं के बीच सुनाई पड़ा। व्रत रखने वाली महिलाएं गेहूं धुलकर सुखाते हुए गीत गुनगुना रही थीं।
बिहार और पूर्वांचल का यह विशेष पर्व अब यहां शहर के विभिन्न मुहल्लों में भी श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया जाने लगा है। चार दिवसीय व्रत की शुरूआत तो 25 अक्टूबर को होगी, लेकिन व्रत शुरू होने से किए जाने वाले भोजन और प्रसाद के लिए अनाज तैयार किया जा रहा है। घरों में अभी से सात्विक माहौल बनता दिखने लगा है। इज्जतनगर कालोनी में भोजपुरिया समाज के लोगों में अलग उल्लास दिखाई दे रहा है। महिलाएं जहां घर में तैयारी कर रही हैं, वहीं बाजार से खरीदारी का दायित्व पुरुष उठा रहे हैं।
अपनी-अपनी वेदी बनाकर की जाती है पूजा
यहां शिव पार्वती मंदिर परिसर में ही तालाब किनारे अपनी-अपनी वेदी बनाकर पूजा-अर्चना की जाती है। घाट सजाने की तैयारी भी आरंभ कर दी गई है। नहाय खाय के साथ 25 अक्टूबर को चार दिवसीय व्रत की शुरूआत होगी। 26 अक्टूबर को खरना होगा। रात्रि में प्रसाद ग्रहण करने के साथ 36 घंटे का निर्जल व्रत आरंभ हो जाएगा। पारंपरिक ठेकुआ, गन्ना, फल आदि सामग्री संकलित कर 27 की शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
28 अक्टूबर को सुबह उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का परायण किया जाएगा।शिव पार्वती मंदिर परिसर, रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर के मंदिर और रामगंगा घाट पर व्रती महिलाओं के परिवार पहुंचकर पूजा-अर्चना करेंगे। भोजपुरी समाज के एसके पांडेय बताते हैं कि छठ मैया की कृपा से हर साल व्यवस्था अच्छी होती जा रही है। रेलवे के जो कर्मचारी सेवानिवृत्त होकर दूसरी जगह रहने लगे हैं वह भी परिवार के साथ छठ पूजा पर यहां आते हैं। बाजार में छठ पूजा से संबंधित सभी सामग्री आसानी से उपलब्ध कराई जाती है। आपस में मिल जुलकर पर्व मनाने का अलग ही आनंद है।
सजने लगा छठ पूजा का बाजार
इज्जतनगर में न्यू माडल कालोनी स्थित बाजार में छठ पूजा सामग्री का सामान दुकानों पर दिखाई देने लगा है। इसके साथ ही सिर्फ छठ पूजा में प्रयोग किए जाने वाले छठ मईया की आकृति वाले पीतल के सूप, शृंगार का सामान आदि बिकने लगा है। दुकानदारों ने बताया कि अभी भले ही लोग कम आ रहे हैं, लेकिन बाजार में रौनक बढ़ने लगी है। भाईदूज के बाद यहां पर अधिकतर दुकानों पर सिर्फ छठ पूजा से संबंधित पूजा सामग्री का सामान बिकेगा, क्योंकि शहर में रहने वाले पूर्वांचल समाज के अधिकतर लोग यहीं पर खरीदारी के लिए पहुंचते हैं।
शुरू हुई घाटों की सफाई और मरम्मत
शहर में इज्जतनगर स्थित शिव पार्वती मंदिर, कुदेशिया फाटक स्थित रेलवे कालोनी, रुहेलखंड विश्वविद्यालय स्थित शिव मंदिर, सुभाष नगर स्थित श्री तपेश्वरनाथ मंदिर में छठ पूजा के लिए पक्के घाट बने हुए हैं। इनका प्रयोग वर्ष में सिर्फ एक ही बार छठ पूजा के दौरान ही होता है, इसलिए छठ पूजा का समय नजदीक आते ही श्रद्धालु इन घाटों की मरम्मत के साथ ही रंग रोगन की तैयारियों में भी जुट गए हैं।
रंग रोगन के बाद मुख्य छठ पूजा से पूर्व इन घाट पर सजावट आदि की जाएगी। इसके अलावा इज्जतनगर क्षेत्र स्थित गिरधारीपुर में नदी किनारे और रामगंगा घाट पर भी छठ पूजा होती है। इन दोनों ही घाटों पर मुख्य पूजा से एक दिन पूर्व साधक घाट आदि बनाएंगे।
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