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    'धर्म की राजनीति से लोकतंत्र खतरे में', चंद्रशेखर बोले- नेपाल की तरह सरकार से जनता का उठ रहा विश्वास

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 09:24 PM (IST)

    बरेली में चंद्रशेखर आजाद ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की धर्म की राजनीति से लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर कमजोर वर्गों और मुसलमानों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने जातिगत जनगणना कराने और मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 2027 का चुनाव प्रदेश के भविष्य के लिए निर्णायक होगा।

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    नेपाल की तरह सरकार से जनता का उठ रहा विश्वास : चंद्रशेखर।

    जागरण संवाददाता, बरेली। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संस्थापक अध्यक्ष व नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। कहा कि नेपाल की तरह देश के लोगों का सरकार से विश्वास उठता दिख रहा है।

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    उप्र में आक्रोश सबसे ज्यादा है। भाजपा की धर्म की राजनीति से लोकतंत्र खतरे में है। आजाद समाज पार्टी संविधान की रक्षा और कमजोर वर्गों के हित के लिए संघर्ष कर रही है।

    बुधवार को संजय कम्युनिटी हाल में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करने के बाद वह मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने धर्म की राजनीति से समाज का सौहार्द बिगाड़ने का काम किया है।

    मुख्यमंत्री भाषण में कभी रोजगार, शिक्षा और दूसरे जनहित के मुद्दों की बात नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में पशु तस्करों ने सरेआम दीपक गुप्ता की हत्या कर कानून व्यवस्था की असली तस्वीर उजागर कर दी है। किसान खाद बीज के लिए भटकने संग छुट्टा पशुओं की समस्या से भी त्रस्त हैं। कहा कि हिंदू-मुस्लिम राजनीति का भाजपा का नया केंद्र उत्तराखंड बना है।

    इस राज्य में मदरसा बोर्ड खत्म करने के साथ सरकार ने समान नागरिक संहिता (यूनिफार्म सिविल कोड) बनाने का काम भी किया, जिसे बनाने का अधिकार सिर्फ केंद्र को है। सम्मेलन में चंद्रशेखर ने कहा कि प्रदेश में 2027 का चुनाव प्रदेश के भविष्य के लिए निर्णायक होगा। केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ एक संत के बयान पर भी निशाना साधा।

    कहा कि उप्र विकास नहीं, बल्कि विनाश की राह पर चल रहा है। आरोप लगाया कि कमजोर वर्ग और मुसलमानों पर अत्याचार हो रहे हैं, उनके अधिकार छीने जा रहे हैं। 1931 के बाद से अब तक संपूर्ण जातिगत जनगणना नहीं हुई है। समय आ गया है कि जातिगत के साथ आर्थिक गणना भी की जाए।

    मंडल कमीशन की सभी सिफारिशों को लागू किया जाए। वाराणसी में जन्म के दो घंटे बाद ही नवजात और उसकी मां को अस्पताल से बाहर कर दिया गया। बेटियों को बेटों जितना अवसर मिलना चाहिए, क्योंकि बेटियां पढ़ेंगी तो तीन पीढ़ियां सुधरेंगी।

    इस अवसर पर प्रदेश महासचिव विकास बाबू एडवोकेट, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अतुल वाल्मिकी, खुर्शीद खान, भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार गौतम, सैम मैसी, डा. सोहिल खान, सुनीता सिंह, शंकर वाल्मीकि, शिवम भारती, अंकित सागर, विशाल सागर, जावेद, महेंद्र पाल सागर, डा. सोनू कश्यप, शुभम भारती, पहलवान सिंह यादव, विजय सिंह, सुनील आजाद, अच्छन अंसारी एडवोकेट, संजीव सागर आदि मौजूद रहे।