सीबीएसई नई नीति: 10वीं की पहली बोर्ड परीक्षा में 3 विषय अनिवार्य, 75% उपस्थिति जरूरी
CBSE ने वन-डे हाई-स्टेक एग्जाम मॉडल को लचीली दो-परीक्षा प्रणाली से बदला है। नई दो-बोर्ड परीक्षा प्रणाली में पहली परीक्षा फरवरी और दूसरी मई में होगी। यह नई व्यवस्था सत्र 2025-26 से लागू होगी। परीक्षा तिथि पत्र 150 दिन पहले जारी करके पारदर्शिता बढ़ाई गई है। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन प्रतिबंधित।
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सीबीएसई समन्वयक ममता सक्सेना। सौ. स्वयं
जागरण संवाददाता, बरेली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई की ओर से कक्षा 10 के लिए सत्र 2025–26 से लागू होने वाली दो बोर्ड परीक्षाओं की नई प्रणाली पर वेबिनार आयोजित किया गया। वेबिनार में नई परीक्षा व्यवस्था, संचालन पद्धति और प्रक्रियात्मक मानकों को स्पष्ट किया गया।
सीबीएसई की शहर समन्वयक ममता सक्सेना ने बताया कि बेबिनार में चेयरपर्सन राहुल सिंह ने सभी विषयों को स्पष्ट किया। लंबे समय से प्रचलित वन-डे हाई-स्टेक एग्जाम माडल अब लचीली और व्यवहारिक दो परीक्षा प्रणाली से प्रतिस्थापित किया जा रहा है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा की ओर से सुझाए गए तीन माडलों में से सेमेस्टर प्रणाली और एनी टाइम परीक्षा को व्यवहारिक रूप से उपयुक्त नहीं माना गया।
इसलिए तीसरे माडल, वर्ष में दो बोर्ड परीक्षाओं को सर्वोत्तम विकल्प के रूप में चुना गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पहली परीक्षा सभी के लिए अनिवार्य रहेगी और विद्यार्थियों को इसमें कम से कम तीन मुख्य विषयों में सम्मिलित होना होगा। प्रैक्टिकल परीक्षाएं किसी भी स्थिति में दोबारा आयोजित नहीं होंगी।
सीबीएसई अधिकारियों ने बताया कि पहली परीक्षा फरवरी में और दूसरी मई में आयोजित की जाएगी। पहली परीक्षा का परिणाम आने के बाद ही दूसरी परीक्षा के लिए अलग विंडो खोली जाएगी, जो सीमित समय के लिए उपलब्ध रहेगी। अनुमान है कि करीब 40 प्रतिशत विद्यार्थी मई सत्र की परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त करने के लिए भाग ले सकते हैं।
इससे लगभग 20–30 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा और परिणाम जून के अंत तक जारी कर दिया जाएगा, ताकि कक्षा 11 में प्रवेश प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके। परीक्षा नियंत्रक डा. संयम भारद्वाज ने बताया कि वर्ष 2025–26 से कुल चार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित होंगी।
कक्षा 10 और 12 की मुख्य परीक्षा तथा सुधार या पूरक परीक्षाए, योजना के अनुसार कक्षा 10 का परिणाम अप्रैल के अंत तक और कक्षा 12 का परिणाम 15 मई तक घोषित किया जाएगा। मई सत्र की परीक्षा का परिणाम जून में तथा कक्षा 12 की पूरक परीक्षा का परिणाम अगस्त के प्रथम सप्ताह में जारी किया जाएगा।
बेस्ट स्कोर पालिसी के तहत दोनों प्रयासों में उपस्थित होने वाले विद्यार्थियों की मार्कशीट में सर्वोत्तम अंक दर्ज किए जाएंगे। कक्षा 12 की प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तिथि जारी कर दी गई है। कक्षा 10 के आंतरिक मूल्यांकन को एक-बारगी प्रक्रिया माना गया है। विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे अंक पारदर्शिता और सटीकता के साथ अपलोड करें, क्योंकि आंतरिक मूल्यांकन सुधारने का अवसर नहीं दिया जाएगा।
विद्यार्थियों के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य रहेगी, जिसका आकलन 31 दिसंबर तक किया जाएगा। कम उपस्थिति वाले विद्यार्थियों की रिपोर्ट सीबीएसई को भेजना विद्यालयों की जिम्मेदारी होगी। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन लाना प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा परीक्षा से पूर्व विद्यालयों को अभिभावक–छात्र अभिमुखीकरण बैठकें आयोजित करने की सलाह दी गई है, जिससे किसी प्रकार की गलतफहमी न रहे।
सीबीएसई ने इस वर्ष अभूतपूर्व पारदर्शिता दिखाते हुए परीक्षा तिथि पत्र लगभग 150 दिन पहले जारी किया है, जिससे विद्यालयों को शैक्षणिक योजना तैयार करने में बड़ी सुविधा मिली है। इस वर्ष कक्षा 10 की परीक्षा में लगभग 26 लाख विद्यार्थी सम्मिलित होंगे।

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