BJP MLA राजेश मिश्रा की मांग, अपराधियों से सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों की भी बने लिस्ट
भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल का कहना है कि अक्सर पुलिस निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर देती है और अपराधियों से सांठगांठ कर अपराध को बढ़ावा देती है।
बरेली, जेएनएन। अब बरेली जिले के बिथरी चैनपुर से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने अपराधियों से सांठगांठ करने वाले करने जिले के टॉप-10 पुलिसकर्मियों की भी लिस्ट बनाकर नाम उजागर करने की मांग उठाई है। उन्होंने डीआईजी राजेश पांडेय को भेजे पत्र में लिखा कि ऐसी पुलिसकर्मियों के नाम सार्वजनिक कर उन पर कार्रवाई की जाए। बता दें इन दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने हर जिले के टॉप-10 बदमाशों की लिस्ट बनाकर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।
भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने डीआईजी राजेश पांडेय को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि अक्सर पुलिस निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर देती है और अपराधियों से सांठगांठ कर अपराध को बढ़ावा देती है। जिले के सभी थानों में तैनात उन पुलिसकर्मियों के नाम सूचीबद्ध किए जाने चाहिए जो कि भ्रष्टाचार, खनन, तस्करी, जुआ-सट्टा, शराब व गो तस्करी, आदि कार्य में लिप्त हैं।
डीआईजी राजेश पांडेय ने बताया कि बिथरी विधायक ने पत्र लिखा है कि टॉप-10 बदमाशों की तरह हर जिले के टॉप -10 कुख्यात पुलिसकर्मियों की लिस्ट बनाई जाए। रेंज के सभी जिलों को पत्र लिखकर ऐसी पुलिसकर्मियों की पहचान कर सूची बनवाई जाएगी।
बता दें कि बरेली में दबंग नेता के रूप में पहचान बनाने वाले राजेश मिश्रा का पुराना आपराधिक इतिहास भी है। उनके खिलाफ कई मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल पहली बार बिथरी चैनपुर सीट से विधायक चुने गए थे। विधानसभा चुनाव में जो हलफनामा उन्होंने प्रत्याशी के रूप में दाखिल किया था, उसके मुताबिक उनके खिलाफ डकैती, रंगदारी और धोखाधड़ी जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश की फेसबुक पोस्ट भी बनी चर्चा का विषय : एक दिन पहले ही हरदोई जिले के गोपामऊ विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। फेसबुक पर पोस्ट डालकर उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में इतना ज्यादा भ्रष्टाचार नहीं देखा। हालांकि, लोगों के हमलावर होने पर उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी फिर संशोधित पोस्ट डाली, जिसमें बिना नाम लिए कुछ अधिकारियों के भ्रष्टाचार करने की बात लिखी। विधायक श्याम प्रकाश कई बार फेसबुक के माध्यम से भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए अधिकारियों के साथ ही सरकार पर भी सवालिया निशान लगा चुके हैं। अब उन्होंने वर्तमान समय में भ्रष्टाचार की बात लिखी है। विधायक ने भले ही अपनी बात पलट दी, लेकिन यह चर्चा का मुद्दा बन गई।