UP News: बरेली के पूर्व नगर प्रमुख कुंवर सुभाष पटेल का निधन, ग्राम प्रधान से की राजनीति की शुरुआत
Bareilly First Mayor Passes Away Update बरेली के पहले महापौर और भोजीपुरा विधानसभा सीट से विधायक रहे कुंवर सुभाष पटेल का निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे। वह भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य थे। उनके निधन पर भाजपा नेता समेत अन्य लोग श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचने लगे। कुछ समय से उनका इलाज चल रहा था।
जागरण संवाददाता, बरेली। शहर के चौथे नगर प्रमुख और भोजीपुरा विधानसभा सीट से विधायक रहे कुंवर सुभाष पटेल का रविवार देर रात निधन हो गया। सोमवार सुबह उनके निधन का समाचार लोगों को मिला। बड़ी संख्या में उनके समर्थक, मिलने वाले और जनप्रतिनिधि उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
विनम्र व्यवहार और सबके साथी की पहचान रखने वाले सुभाष पटेल ने 76 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। मौजूदा समय में वह भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य थे। बरेली सिटी श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
बरेली में संस्थापक पदाधिकारियों में शामिल रहे कुंवर सुभाष पटेल
- भाजपा के बरेली में संस्थापक पदाधिकारियों में शामिल रहे कुंवर सुभाष पटेल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता, ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत पार्टी के विभिन्न पदों पर भी रहे।
- वर्ष 1990 में भोजीपुरा विधानसभा सीट पर 18 माह विधायक रहे।
- इसके बाद वर्ष 1995 में नगर महापालिका के चौथे नगर प्रमुख के रूप में शपथ ली।
- पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। दोबारा चुनाव में जीते, सितंबर 2000 से फिर दो माह नगर प्रमुख रहे।
बीते कुछ समय से बीमार थे
वे कुछ समय से बीमार थे, दिल्ली के मेदांता अस्पताल से उनका इलाज चल रहा था। 22 अक्टूबर को मनाए गए जन्मदिन से एक दिन पहले ही वह मेदांता अस्पताल से बरेली आए थे। रविवार रात को उनकी तबीयत बिगड़ी तो उनको शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात करीब तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी पत्नी आर्यन पटेल, बेटे सीमांत पटेल, प्रशांत पटेल उनके साथ अस्पताल में मौजूद थे। उनके निधन पर भाजपा नेता समेत अन्य लोग श्रद्धांजलि देने के लिए नेकपुर स्थित आवास पर पहुंचे।
निधन की सूचना के बाद पहुंचे भाजपा नेता
निधन की सूचना पर बरेली सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, एमएलसी कुंवर महाराज सिंह, कैंट विधायक संजीव अगवाल, पूर्व विधायक रामसेवक सिंह पटेल, पूर्व विधायक विजय पाल सिंह आदि मौजूद रहे।
ग्राम प्रधान से की राजनीति की शुरुआत, साउथ एशिया मेयर कौंसिल में रहे शामिल
जनसंघ के साथ दलगत राजनीतिक सफर शुरू करने वाले कुंवर सुभाष पटेल ने जनप्रतिनिधि बनने की शुरुआत ग्राम प्रधान से की थी। इसके बाद वह विधायक बने, महापौर बने और साउथ एशिया मेयर कौंसिल में भी शामिल रहे। इसके अलावा भाजपा का गठन होने पर जिले के पहले कोषाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के रूप में भी किया। शहर से सटे डोहरा गांव में कुंवर सुभाष पटेल का जन्म 22 अक्टूबर 1948 को हुआ था। इसके बाद उन्होंने जन संघ से जुड़ कर राजनीतिक यात्रा प्रारंभ की।
राजनीति में सक्रिय होने के साथ ही डोहरा के ग्राम प्रधान के रूप में पहली बार जनप्रतिनिधि बने तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 1980 में जब भारतीय जनता पार्टी का गठन किया गया तो वह जिले के पहले कोषाध्यक्ष बनाए गए। पार्टी के प्रति निष्ठा को देखते हुए वर्ष 1990 में उनको पार्टी का जिलाध्यक्ष बनाया गया। वह तीन बार जिलाध्यक्ष रहे। इसके बाद वर्ष 1991 में पहली बार भोजीपुरा के विधायक चुने गए। कार्यकाल पूरा होने के साथ ही वह वर्ष 1995 में बरेली नगर महापालिका के नगर प्रमुख बनाए गए। इससे उनका कद पार्टी में और बढ़ गया। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा बनाए जाने के साथ ही उनको महापौर कौंसिल का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया। यही नहीं, उनको साउथ एशिया मेयर कौंसिल में भी शामिल किया गया।
ब्रज क्षेत्र भाजपा का क्षेत्र अध्यक्ष भी बनाया भाजपा ने
पार्टी के प्रति समर्पण को देखते हुए उनको ब्रज क्षेत्र भाजपा का क्षेत्र अध्यक्ष भी बनाया गया। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य के रूप में काम करते हुए कई चुनावों में प्रभारी बनाया गया तो प्रवासी के रूप में उन्होंने काम किया।
राजनीतिक विरासत को बेटे और पुत्रवधू को सौंपा
पूर्व महापौर कुंवर महाराज सिंह पटेल की राजनीतिक समझ कहें या सियासी रुख को परखने का अंदाज, उन्होंने अपनी पुत्रवधु और छोटे बेटे को राजनीतिक विरासत सौंप दी। बड़े बेटे सीमांत पटेल की पत्नी रश्मि पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, जबकि छोटे बेटे प्रशांत पटेल भारतीय जनता पार्टी में वरिष्ठ पदाधिकारी हैं। प्रशांत पटेल छात्र संघ अध्यक्ष और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।
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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दामन साफ करने का रहा दिलचस्प किस्सा महापौर बनने के बाद पहली बार 1995 में कुंवर सुभाष पटेल प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे। वहां पर अटल जी से सचिवालय में उनकी भेंट हुई। अटल जी के प्रति श्रद्धा भाव से ओतप्रोत होकर उन्होंने बरेली में बनी मिठाई चंद्रकला खिलाई तो उसकी चासनी की कुछ बूंदें उनके कपड़ों पर गिर गईं।
इस पर काव्यात्मक अंदाज में अटल जी ने कहा था कि सुभाष तुमने मेरे दामन पर दाग लगा दिया। इस पर सुभाष पटेल ने पानी से रूमाल का कोना भिगाकर चासनी को साफ कर दिया और कहा कि मैंने आपका दामन साफ कर दिया। यह ऐसा किस्सा रहा, जिससे पूर्व महापौर ने कई बार लोगों को सुनाया।
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