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    अब UP के हाई-वे और राष्ट्रीय राजमार्गों पर मिलेगी हेलीकॉप्टर एंबुलेंस की सुविधा, तैयार किए जाएंगे हेलीपैड

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 08:28 AM (IST)

    बरेली में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में घायलों को हेलीकॉप्टर एंबुलेंस से त्वरित चिकित्सा सुविधा देने पर विचार हुआ। मंडलायुक्त ने राजमार्गों पर हेलीपैड बनाने बिना हेलमेट चालान करने और दुर्घटना रोकने के निर्देश दिए। पीलीभीत में दुर्घटनाएं बढ़ने पर चिंता जताई गई जबकि बरेली में कमी दर्ज की गई। युवाओं को सड़क सुरक्षा मित्र बनाने पर भी जोर दिया गया।

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    हाईवे पर मिलेगी हेलीकाप्टर एंबुलेंस सुविधा। जागरण

    जागरण संवाददाता, बरेली । मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की गुरुवार को विकास भवन में हुई बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायलों को शीघ्र चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हेलीकाप्टर एंबुलेंस सेवा पर चर्चा हुई। अध्यक्षता कर रहे मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने मुख्य राष्ट्रीय राजमार्गों एवं राज्यमार्गों पर सरकारी भूमि का प्राथमिकता के आधार पर चिह्नीकरण कराकर हेलीपैड बनाने संबंधी प्रस्ताव अनुमोदित कराने को निर्देशित किया।

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    मंडलायुक्त ने सभी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन को दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि बिना हेलमेट चलने वाले दो पहिया वाहन चालकों का चालान करें। एक जनवरी से 31 अगस्त तक सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण में पाया कि पीलीभीत को छोड़कर अन्य तीन जिलों में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं नियंत्रण में संतोषजनक कार्य किया गया है।

    सरकार ने लागू की राहगीर योजना

    आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा राहगीर योजना लागू की गई है, जिसमें सड़क दुर्घटना पीड़ितों को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाकर जीवन बचाना है। मंडलायुक्त ने योजना को प्रभावी ढंग से स्थानीय आवश्यकताओं एवं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लागू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंडल के सभी ब्लैक स्पाट पर अल्पकालिक सुधारात्मक कार्य के साथ दीर्घकालिक सुधारात्मक कार्रवाई मार्किंग, रोड साइनेज, स्पीड टेबल पर मार्किंग, रोड इंजीनियरिंग संबंधी सुधार कराए जाएं।

    पैदल यात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा को प्राथमिकता दें, सड़कों के निर्माण के समय पाथ-वे को मुख्य सड़क की सतह से 18 सेमी ऊंचा बनाया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि पैदल पथ पर कहीं अतिक्रमण न हो। उन्होंने हाईवे पर ई-रिक्शा, ई-आटो का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए। युवाओं को सड़क सुरक्षा मित्र चयन कर उनकी भागीदारी बढ़ाने के निर्देश दिए।

    ये रहे मौजूद

    बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दूबे, पुलिस अधीक्षक यातायात मो. अकमल, आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा, आरटीओ प्रशासन पंकज सिंह, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी केके सिंह, प्रकाश चंद्र, एआरटीओ प्रशासन डा. पीके सरोज, एआरटीओ पीलीभीत वीरेंद्र कुमार सिंह, एआरटीओ शाहजहांपुर सर्वेश सिंह, यात्री कर अधिकारी रमेश चंद्र प्रजापति, आरएम दीपक चौधरी, उपायुक्त खाद्य मदन यादव, संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक डा. अजीत कुमार, संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक राकेश कुमार समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

    बरेली में सड़क दुर्घटनाओं में आइ कमी

    पीलीभीत में बढ़े हादसे जनवरी से अगस्त तक हुई सड़क दुर्घटनाओं में 2024 की अपेक्षा 2025 में बरेली में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। पिछले वर्ष 751 दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 296 लोगों की मौत हुई थी, जबकि इस वर्ष 613 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 297 लोगों की जान गई।

    पीलीभीत में पिछले वर्ष 294 सड़क हादसे हुए थे जिनमें 142 लोगों की जान गई थी। वहीं, इस वर्ष 346 हादसों में 192 लोगों की जान गई। शाहजहांपुर में पिछले वर्ष 544 हादसों में 295 लोगों की मौत हुई थी। इस वर्ष 602 दुर्घटनाओं में 305 लोगों की जान गई है। इसी तरह बदायूं में पिछले वर्ष 387 दुर्घटनाओं में 241 लोगों की जान गई थी, जबकि इस वर्ष 425 हादसों में 274 लोगों की मौत हुई है।