बरेली में 8 नए उपद्रवियों की हुई पहचान, पुलिस ने मौलाना के घर चिपकाया ये नोटिस
बरेली में हालिया उपद्रव के संबंध में पुलिस ने आठ और उपद्रवियों की पहचान की है। इन उपद्रवियों की पहचान सार्वजनिक करते हुए पुलिस ने मौलाना के घर पर नोटिस चिपकाया है। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और अन्य शामिल लोगों की भी तलाश जारी है।

जागरण संवाददाता, बरेली। 26 सितंबर को बरेली में छह जगह उपद्रव के आठ नए आरोपितों की पहचान कर ली गई। सीसीटीवी और पुलिस के कैमरों की फुटेज के आधार पर इनके चेहरे पहचाने, फिर नाम-पते मालूम किए। इसके अलावा, गुरुवार को बरेली विकास प्राधिकरण की टीम ने मुम्तियाज अहमद का बरातघर, मोहम्मद तसलीम का जिम, राजवीर सिंह की निर्माणाधीन दुकान सील कर दी।
प्राधिकरण के अधिकारी इसे अवैध निर्माण के विरुद्ध नियमित कार्रवाई बता रहे, मगर मुम्तियाज का जुड़ाव मौलाना तौकीर रजा से बताया जा रहा है। कानपुर के आइ लव मोहम्मद लिखे पोस्टर विवाद के बहाने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने उपद्रव कराया था। उस समय 126 नामजद एवं तीन हजार अज्ञात उपद्रवियों पर 10 मुकदमे हुए थे। वीडियो फुटेज से पूर्व में 17 आरोपितों की पहचान की जा चुकी।
8 नए चेहरे आए सामने
गुरुवार को आठ नये चेहरे पहचाने गए। पुलिस की जांच में पता चला कि उपद्रव से पहले मौलाना तौकीर रजा ने अलग-अलग मुहल्लों में बैठकें की थीं। वह 19 सितंबर को सपा के पूर्व पार्षद वाजिद बेग के घर गया, मगर भीड़ अधिक होने के कारण बैठक उसके बेग बरातघर में कराई गई।
उसमें एक यू-ट्यूबर भी शामिल था। उसने बैठक का वीडियो प्रसारित कर अपील की थी कि मौलाना तौकीर की बात पर अमल करें। पुलिस इस प्रकरण की जांच में जुटी थी, इस बीच प्राधिकरण को जानकारी मिली कि यू ट्यूबर के भाई मुम्तियाज का 800 वर्गमीटर में एसबी बरातघर बिना मानचित्र स्वीकृति बना है।
बेग बरातघर भी सील
उसके आसपास क्षेत्र के अन्य भवनों की जांच में 200 वर्ग मीटर में मोहम्मद तसलीम के जिम व 32 वर्ग मीटर में राजवीर की दुकान के अवैध निर्माण की जानकारी भी मिली। इसी आधार पर टीम ने तीनों भवन सील कर दिए। इससे पहले, छह अक्टूबर को वाजिद का बेग बरातघर भी सील किया जा चुका है। मौलाना तौकीर पर लग सकता है राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनमौलाना तौकीर के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्रवाई हो सकती है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौलाना तौकीर पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के बारे में निर्णय प्रदेश स्तर पर उच्चाधिकारियों को लेना है।स्थानीय स्तर पर उसके विरुद्ध पर्याप्त प्रपत्र तैयार कराए जा चुके हैं। यदि शासन स्तर से पहल हुई तो मौलाना पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
मौलाना के घर नोटिस चस्पा, कर्ज न चुकाया तो कार्रवाई जासं
मूलरूप से बदायूं जिले के करतौली गांव निवासी मौलाना तौकीर रजा खां ने वर्ष 1989 में बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति, रसूलपुर से 5055 रुपये का कर्ज लिया, मगर वापस नहीं किया। 36 साल में उसके पास कई बार नोटिस भेजे गए, परंतु राजनीतिक हनक में अनदेखी कर दी। बरेली में उपद्रव में उसके जेल जाने के बाद जिला सहकारी बैंक (समिति की मुख्य आर्थिक संस्था) ने उसकी फाइल दोबारा खोल दी।
गुरुवार को शाम को बैंक की टीम मौलाना तौकीर के बरेली स्थित आवास पहुंचकर उनके दरवाजे पर नोटिस चस्पा किया। बैंक के चेयरमैन जेके सक्सेना ने बताया कि 5055 रुपये का कर्ज ब्याज एवं पेनाल्टी समेत 40,555 रुपये हो चुका है। यदि 15 दिन के अंदर इसकी अदायगी नहीं की गई तो आरसी जारी कर दी जाएगी।
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