पंजाब के सेवानिवृत्त ASI का कैंट में अपहरण, पत्नी से फिरौती में मांगे 1.50 लाख
बरेली के कैंट थाना क्षेत्र से पंजाब पुलिस के सेवानिवृत्त एएसआई दर्शन सिंह का अपहरण हो गया। उत्तराखंड के नानकमत्ता जाते समय बदमाशों ने उन्हें अगवा कर लिया और उनकी पत्नी से 1.50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर दर्शन सिंह को छुड़ा लिया। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, बरेली । पंजाब पुलिस से सेवानिवृत्त असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआइ) दर्शन सिंह का कैंट थाना क्षेत्र में अपहरण हो गया। वह उत्तराखंड में नानकमत्ता के दर्शन के लिए निकले थे। बदमाशों ने उन्हीं के फोन से उनकी पत्नी को फोन कर 1.50 लाख की फिरौती मांगी। चार बार में आनलाइन रुपये आने के बाद बदमाशों ने तीन लाख की मांग और रख दी।
नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। दर्शनसिंह के भाई बरेली आए और उन्होंने कैंट थाने में मंगलवार को प्राथमिकी लिखाई। पुलिस ने छह घंटे में दो बदमशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दर्शन सिंह को मुक्त कराया।
पंजाब के रहे वाले हैं दर्शन सिंह
दर्शन सिंह मूल रूप से पंजाब में कपूरथरा जिले के सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के सुचेतगढ़ गांव के रहने वाले हैं। वह पंजाब पुलिस ने एसआइ के पद पर तैनात थे। सेवानिवृत्त होने से कुछ वर्ष पहले उन्होंने वीआरएस ले लिया था।
30 अगस्त को वह अपने घर से उधमसिंह नगर स्थित नानकमत्ता जाने के लिए निकले। ट्रेन से 31 अगस्त की सुबह करीब 5:30 बजे के आस-पास कैंट स्टेशन पर उतरे वहां से उन्हें रोडवेज पर जाना था। उसी दौरान एक कार से कांधरपुर निवासी आकाश, शेरगढ़ के बियोदा गांव निवासी वीरेंद्र, बदायूं के बिनावर के शेरगंज गांव निवासी देवाराम, कांधरपुर निवासी राहुल काली रंग की वैन्यू कार से उनके पास पहुंचे।
पीछे से एक बाइक से कांधरपुर का ही मनोज साहू और अभिषेक उर्फ पुच्ची भी पहुंच गया। कार सवार चारों ने दर्शन सिंह से को देखा तो अपहरण की योजना बनाई। पूछा कि कहां जाना हैं? तो दर्शन सिंह ने नानकमत्ता जाने की बात कही। आकाश ने कहा कि वह भी नानकमत्ता ही जा रहे हैं उन्हें छोड़ देंगे। शहर और लोगों से अंजान दर्शन सिंह उनकी कार में बैठ गए। इसके बाद आरोपित उन्हें जंगल-जंगल घुमाते रहे।
वाट्सएप काल कर 1.50 लाख रुपये की फिरौती मांगी
कुछ देर बात दर्शन सिंह के मोबाइल से ही उनकी पत्नी को वाट्सएप काल कर 1.50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। अपहरण की बात सुनकर परिवार वाले घबरा गए। कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने आकाश व वीरेंद्र के बताए हुए खाते में आनलाइन यूपीआइ के माध्यम से चार बार में 1.50 लाख रुपये दे दिए। रुपये आने के बाद आरोपितों के मन में लालच आ गया तो उन्होंने तीन लाख रुपये और मांग लिए। कहा कि अगर नहीं दिए तो दर्शन सिंह की हत्या कर दी जाएगी।
डेढ़ लाख रुपये देने के बाद भी जब दर्शन को आरोपितों ने नहीं छोड़ा तो उनके भाई बलबिंदर सिंह बरेली आए और उन्होंने कैंट पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल ही प्राथमिकी लिख उनके नंबर को ट्रेस किया और लोकेशन के आधार पर आकाश व वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। बाकी के चार आरोपित मौके से फरार हो गए। उनके कब्जे से दर्शन सिंह को भी मुक्त करा लिया।
जगह बदल रहे थे आरोपित
आरोपितों को ट्रेस न किया जा सके और दर्शन सिंह जगह को न पहचान पाएं इसलिए वह बार-बार उनकी लोकेशन बदल रहे थे। पहले वह उन्हें कांधरपुर के आस-पास ही जंगलों में बंधक बनाकर टहालाते रहे और इसके बाद उन्हें आंवला ले गए फिर वापस कांधरपुर लाकर एक ट्यूबवेल में बंधक बनाकर रखा। पुलिस ने जब उनकी तलाश की तो आरोपित उन्हें उमरसिया बभिया रास्ते पर लेकर जा रहे थे। वहीं से पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में आकाश ने बताया कि वह पुताई का काम करता है और वीरेंद्र नारियल बेचने का काम करता है। उन्होंने जब दर्शन सिंह को देखा तो अपहरण की बात दिमाग में आई।
फिरौती मांगने से पहले ही भांप ली थी आर्थिक स्थिति
आरोपितों ने दर्शन सिंह को कार में बैठाने के बाद उनसे पूछा कि नानकमत्ता जाने के लिए रुपये आदि हैं कि नहीं। तो उन्होंने बताया कि हां, 30-40 हजार रुपये साथ लेकर चले थे। इसके बाद दर्शनसिंह के हाथ में चांदी का कड़ा और आर्थिक स्थिति मजबूत देखी तो ठगों ने फिरौती मांगी। परिवार वालों को यकीन हो जाए इसलिए दर्शन की उनकी पत्नी से वीडियो काल भी कराई। वीडियो काल पर ही धमकाया कि अगर किसी भी शिकायत की तो उनके पति की लाश मिलेगी। पुलिस ने आकाश और वीरेंद्र को जेल भेज दिया है। बाकी देवाराम, राहुल, मनोज और अभिषेक उर्फ पुच्ची की तलाश में टीमें गठित कर दी हैं।
कैंट पुलिस को दो सितंबर को दर्शन सिंह के भाई बलबिंदर सिंह सूचना दी कि उनके भाई का अपहरण हो गया है। अपहरण करने वाले उनसे डेढ़ लाख रुपये ले भी चुके हैं और तीन लाख की मांग और कर रहे हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ही पुलिस ने मामले में प्राथमिकी लिखी और नंबर को सर्विलांस पर लगाकार आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। महज छह घंटे के भीतर ही अपहरण करने वालों में से दो आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दर्शन सिंह को मुक्त कराया। बाकी के चार आरोपितों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी हैं। जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। -मानुष पारीक, एसपी सिटी।
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