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    पेंशन चाहिए तो जिंदा होने का सबूत दो… रिटायर्ड कर्मी को बैंक से आया फोन, OTP देकर चेक किया खाता तो उड़े होश

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 04:58 PM (IST)

    बरेली में एक रिटायर्ड कर्मचारी को पेंशन जारी रखने के लिए बैंक से कॉल आया, जिसमें जीवित होने का प्रमाण माँगा गया। OTP बताने के बाद जब उन्होंने अपना खात ...और पढ़ें

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    एआई से बनाई गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, बरेली। साइबर ठग आपको कब और किस तरह से अपना शिकार बना लेंगे। इसका आपको पता भी नहीं चलेगा। ठगों ने अब बुजुर्गों को फंसाने का एक नया पैंतरा अपना लिया है। वह सरकारी विभागों से सेवानिवृत होने वाले लोगों को लाइफ सर्टिफिकेट के नाम पर फंसाते हैं।

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    कहते हैं कि यदि वह अपडेट नहीं किया तो उनकी पेंशन आना बंद हो जाएगी। ऐसा ही एक मामला इज्जतनगर की डिफेंस कालोनी से सामने आया है। ठगों ने इसी बहाने 25 लाख रुपये की ठगी कर ली। मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी लिखी गई है।

    डिफेंस कालोनी निवासी अनंत कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके पास एक दिसंबर को किसी ने अनिल शर्मा बनकर फोन किया। कहा कि उनका लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट नहीं हैं। उन्होंने पूछा इसके लिए क्या करना होगा तो आरोपित ने कहा कि वह ऑनलाइन ही उसे अपडेट कर देगा। इसके लिए उनके फोन पर भेजे गए ओटीपी को बता दें।

    उसके पूछने पर उन्होंने सभी ओटीपी आरोपित को बता दिए। इसके बाद जब उन्होंने अपनी बैंक की एप खोलकर देखी तो खाते से 25 लाख रुपये कट चुके थे। मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई है।

    साइबर ठगों ने बैंक से उड़ा दिए 5.98 लाख

    इज्जतनगर के मठ कमलनयनपुर निवासी निर्मला गंगवार ने साइबर थाने में प्राथमिकी लिखाई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि, 13 सितंबर को उनके खाते से अचानक से कई बार में 5.98 लाख रुपये कट गए। यह सभी रुपये यूपीआइ के माध्यम से ट्रांसफर किए गए थे। जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। अब पुलिस ने प्राथमिकी भी लिख ली है।

    वॉट्सऐप संदेश भेजकर पहले की दोस्ती, फिर उड़ाए पांच लाख

    बहेड़ी के जाजू नगर निवासी दिलीप कुमार ने साइबर थाने में प्राथमिकी लिखाई हे। उन्होंने पुलिस को बताया कि सितंबर में उनके वॉट्सऐप पर एक अनजान नंबर से संदेश आया। बात करने वाली ने खुद का नाम राधिका राय बताया। वह दोस्ती कर व्यापार की जानकारी देने लगी।

    आरोप है कि युवती ने फंसाकर ट्रेडिंग शुरू कराई और पांच लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा लिया। जब उन्होंने रकम निकालने का प्रयास किया तो रकम भी वापस नहीं मिली। इस मामले में पहले ऑनलाइन शिकायत हुई अब प्राथमिकी पंजीकृत हो गई है।

    हीमोफीलिया सोसाइटी की अध्यक्ष के क्रेडिट कार्ड से उड़ाए 64 हजार

    हीमोफीलिया सोसाइटी की अध्यक्ष रेखा रानी ने इज्जतनगर थाने में प्राथमिकी लिखाई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि, उनके क्रेडिट कार्ड से अचानक 64 हजार रुपये कट गए। जब उन्होंने पता किया तो पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी की गई है। इस मामले में उन्होंने प्राथमिकी लिखाई है।