Bareilly News: तीन दिन से लापता नौ वर्ष के बच्चे का नाले में मिला शव, परिवार में मातम
बरेली में तीन दिन से लापता नौ साल के बच्चे का शव रेजीडेंसी कॉलोनी के नाले में मिला। विराट यादव नामक यह बच्चा स्कूल से आने के बाद खेलने निकला था और लापता हो गया था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जिससे पता चला कि डूबने से उसकी मौत हुई है। परिवार ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है।

जागरण संवाददाता, बरेली। तीन दिन से लापता नौ वर्ष के बच्चे का रेजीडेंसी कॉलोनी के नाले में शव मिला। पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कराया तो बच्चे की डूबने की वजह से मौत होना आया है। स्वजन ने किसी पर भी कोई आरोप लगाने से इन्कार कर दिया। कोई शिकायती पत्र भी पुलिस को नहीं दिया है।
मूल रूप से संजय नगर निवासी हरिमोहन कारपेंटर हैं। उनके तीन बेटे हैं जिसमें सबसे बड़ा बेटा नौ वर्षीय विराट यादव था। वह कक्षा एक का छात्र था। पुलिस के अनुसार 30 मई को स्कूल से आने के बाद शाम करीब पांच बजे विराट खेलने के लिए घर से निकला था।
जब काफी देर तक वह वापस नहीं आया तो स्वजन ने उसे तलाशना शुरू कर दिया, लेकिन विराट का कोई सुराग नहीं लगा। स्वजन ने उसके दोस्त रिश्तेदार सभी जगहों पर फोन भी कर लिए, लेकिन कोई जानकारी नहीं हुई।
इसके बाद उन्होंने बारादरी थाने में गुमशुदगी पंजीकृत कराई। तब पुलिस ने विराट की तलाश शुरू की। स्वजन की मदद से पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज देखे। एक सीसीटीवी फुटेज में विराट रेजीडेंसी कॉलोनी में जाते हुए दिखा, लेकिन वहां से वापस आते हुए नहीं दिखा।
इसके बाद पुलिस और स्वजन रेजीडेंसी कॉलोनी पहुंचे स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की गई लेकिन किसी ने भी विराट को वहां पर नहीं देखा था। रेजीडेंसी कॉलोनी में लगे कुछ सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो उसमें भी विराट टहलता हुआ दिखाई दिया।
स्वजन व पुलिस ने पूरी कॉलोनी छानी तो एक जगह पर नाले का एक मैनहोल खुला दिखाई दिया। शक के आधार पर वहां नाले में भी विराट को तलाशा गया तो हल्का सा एक पैर दिखाई दिया।
इसके बाद जेसीबी मंगाकर नाले के ऊपर के पत्थरों को हटाया तो उसमें विराट का शव पड़ा मिला। जिस जगह पर उसका शव मिला वहां पर कोई सीसीटीवी नहीं लगा था इसलिए यह पता नहीं चला कि वह नाले में कैसे गिरा।
परिवार में छा गया मातम, पोस्टमार्टम से इनकार
विराट का शव मिलते ही पूरे परिवार में मातम छा गया। विराट की मां बेसुध हो गई, पुलिस ने जब पोस्टमार्टम की बात कही तो स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया।
कहा कि वह बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं चाहते। पुलिस ने काफी देर उन्हें समझाया तो स्वजन पोस्टमार्टम को तैयार हुए। पुलिस के मुताबिक स्वजन ने किसी पर भी कोई आरोप नहीं लगाया है।
लापरवाही की वजह से गई जान
स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले के ऊपर का स्लैब लंबे समय से हटा था। नगर निगम से कई बार शिकायत की गई लेकिन किसी ने सुना नहीं। लापरवाही की वजह से बच्चे की जान चली गई।
मामले में बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद स्वजन ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। किसी भी प्रकार की कोई शिकायती पत्र नहीं दिया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।