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    Bareilly News : बरेली में पागल कुत्ते पांच लोगों को काट कर फैलाई दहशत, आतंक का शिकार हुए रेलवे कर्मचारी

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Mon, 02 May 2022 08:15 AM (IST)

    Mad Dog Attack in Bareilly बरेली में पागल कुत्ते ने पांच लोगों को अपना शिकार बनाकर क्षेत्र में दहशत फैला दी है।कुत्ते के आतंक का शिकार जहां रेलवे कर्मचारी बने। वहीं उन्हें रैबीज का इंजेक्शन लगाने के बाद घर भेज दिया गया है।

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    Bareilly News : बरेली में पागल कुत्ते पांच लोगों को काट कर फैलाई दहशत, आतंक का शिकार हुए रेलवे कर्मचारी

    बरेली, जेएनएन। Mad Dog Attack in Bareilly : इज्जतनगर थाना क्षेत्र स्थित डीजल शेड के प्रशासनिक भवन के बाहर खड़े लोगों में पांच लोगों को एक पागल कुत्ते ने काट लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक झाड़ियों की ओर से आए पागल कुत्ते ने खड़े होकर आपस में बातचीत कर रहे लोगों को अचानक निशाना बनाया। कर्मचारी कुछ समझ पाते तब तक वह पांच लोगों को काट चुका था।

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    बताया जाता है कि पागल कुत्ते से कोई खुद को जब तक बचाता कुछ साथी गिरकर उसमें घायल हो गए। पूरे मामले में रेलवे कर्मचारी आलोक मिश्रा, मोहम्मद आमिर, आमिर समेत पांच लोग घायल हुए। जिन्हें एंबुलेंस बुलाकर इज्जतनगर मंडलीय रेलवे अस्पताल ले जाया गया। जहां सभी का प्राथमिक उपचार के साथ ही रैबिज का इंजेक्शन देकर घर भेजा गया।

    पार्षद की बेटी को शिकार बना चुके आवारा कुत्ते

    साल 2021 में बरेली में पार्षद नरेश शर्मा बंटी की 12 वर्षीय बेटी गौरी काे आवारा कुत्ते अपना शिकार बना चुके है।गौरी के साथ यह घटना तब घटी जब वह बाहर के कमरे में अकेली थी।घटना के दौरान पार्षद नरेश शर्मा और उनकी पत्नी अलका शर्मा घर पर पूजा कर रहे थे।पवन बिहार स्थित उनके घर में घुसकर अवारा कुत्तो के झुंड ने बेटी को अपना शिकार बनाया था।जिसके चलते वह लहुलुहान हो गई थी।हांलाकि किसी तरह से उसे लोगों ने बचाया था।

    खूंखार कुत्तो को पहचानने के लिए चल चुका अभियान

    बरेली में खूंखार कुत्तों का शिकार बनने से बचने के लिए नगर निगम अभियान चला चुका है।जिसके तहत वह नसबंदी करने के बाद कुत्तो के गले में हरा पट्टा पहना देता था।जिससे इस बात का स्पष्ट संकेत मिल जाता था कि यह कुत्ता खूंखार नहीं है।उसने यह अभियान कुत्तों के आतंक के चलते चलाया था।उस दौरान कुत्ते राहगीरों पर हमला कर उन्हें भी घायल कर रहे थे।दरअसल प्रजनन प्रक्रिया के शुरूआती दिनों में कुत्ते काफी खूंखार हो जाते है।जो हमला करने से भी नहीं चूकते।इसी को देखते हुए यह अभियान सामाजिक संस्था के सहयोग से चलाया गया था।