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    Bareilly News: श्रीलंका में तबाही भारत में बढ़े रत्नों के दाम, देखिए कितने में बिक रहा मूंगा, नीलम, माणिक्य

    Indian Gems Market श्रीलंका की आर्थिक तबाही ने भारत के रत्नों के बाजार को प्रभावित कर दिया है।श्रीलंका से आने वाले रत्न पूरी दुनिया में अच्छी गुणवत्ता के माने जाते है।भारत में भी रत्नों का बड़ा बाजार है।

    By Ravi MishraEdited By: Updated: Tue, 03 May 2022 12:59 PM (IST)
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    श्रीलंका में तबाही भारत में बढ़े रत्नों के दाम, देखिए कितने में बिक रहा मूंगा,नीलम,माणिक्य

    बरेली, अंकित शुक्ला। Indian Gems Market : श्रीलंका में आयी आर्थिक तबाही ने रत्नों का आयात प्रभावित कर दिया है। भारत में श्रीलंका से रत्नों का आयात बढ़ी मात्रा में होता है। भारत में रत्नों का बड़ा बाजार है। श्रीलंका के रत्न पूरी दुनिया में सबसे अच्छी क्वालिटी के माने जाते हैं। यहां का मूंगा व नीलम, माणिक्य दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। रत्न का कारोबार करने वालों के मुताबिक श्रीलंका से रत्नों का आयात 75 प्रतिशत से अधिक वर्तमान में बंद हो चुका है। जिसका सबसे अधिक असर भारत के रत्न बाजार में पड़ा है। नए रत्न की आवक काफी घट गई है। जिससे पुराने रत्नों के दाम 25 से 30 फीसदी बढ़ गए हैं।

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    ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा के मुताबिक श्रीलंका के रत्न पूरी दुनिया में सबसे अच्छी क्वालिटी के माने व जाने जाते हैं। श्रीलंका का मूंगा और नीलम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसके अलावा वहां का पीला नीलम, नीला नीलम, माणिक्य हमेशा एडवांस बुकिंग में ही मिलता था। रत्न का सबसे बड़ा आयात श्रीलंका से होता है। पुखराज, मूंगा, माणिक्य और पन्ना की कीमत में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।

    कोविड के बाद रत्न बाजार ने पकड़ी रफ्तार

    रत्न का कारोबार करने वाले राजेंद्र नगर के विक्रम रस्तोगी बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के बाद से लोगों का रत्नों पर भरोसा कुछ अधिक बढ़ा है। ऐसे लोग ज्योतिषियों की सलाह से रत्न धारण करते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में माणिक सबसे ज्यादा बिका। पहले एक महीने में 70 से 85 माणिक तक बिकते थे। अब यह संख्या 250 से ऊपर पहुंच गई है। तनाव से उबरने व शांति के लिए मोती की बिक्री भी काफी होती है।

    श्रीलंका से आते हैं 75 तरह के रत्न

    श्रीलंका रत्न और खनिजों का बड़ा उत्पादक है। यहां से तकरीबन 75 प्रकार के रत्न श्रीलंका में उपलब्ध हैं। बता दें कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में इन कीमती खनिजों का काफी योगदान होता है। श्रीलंका के रत्न खनन केंद्र बडुल्ला, रत्नापुरा और मोनारागला हैं, जहां इन दिनों स्थिति ठीक नहीं हैं।

    श्रीलंका के रत्न ज्यादा अच्छे माने जाते हैं। वहां इस समय में आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। आयात कम होने के कारण दाम में वृद्धि बताई जा रही है। - पंडित मुकेश मिश्रा, ज्योतिषाचार्य

    श्रीलंका में हाहाकार मचने के कारण वहां से आयात बंद हैं। ऐसे में जिनके पास पुराने रत्न रखे हैं उन्होंने दाम बढ़ा रखे हैं। श्रीलंका में मंदी दूर होने के बाद ही दाम कम हो सकेंगे। - राजीव शर्मा, बालाजी ज्योतिष संस्थान

    इधर कुछ समय में श्रीलंका से आने वाले रत्नों के दाम में वृद्धि हुई है। महंगा रत्न आयात होने के कारण दाम बढ़े हैं। कुछ दिनों में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। - सुबोध अग्रवाल, मार्डन ज्वैलर्स

    श्रीलंका में आर्थिक मंदी के चलते वहां का रुपया टूटा था। श्रीलंका से सीधा व्यापार करने वालों को काफी मुनाफा हुआ है। रत्न कारोबार में सभी का अलग-अलग रेट होता है। - मोहित आनंद, हरसहायमल श्यामलाल ज्वैलर्स