Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bareilly News: ब्लैक लिस्ट कंपनी को टेंडर देने पर गुस्साए बरेली के महापौर, जांच के लिए लिख डाला पत्र

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Sun, 01 May 2022 09:50 AM (IST)

    Bareilly Nagar Nigam बरेली में करोड़ों का टेंडर ब्लैक लिस्ट कंपनी को दिए जाने पर महापौर डा. उमेश गौतम ने नाराजगी जाहिर की है।जिसके बाद के उन्होंने जांच के लिए अफसरों को पत्र लिखा है।जिसके बाद मामला तूल पकड़ते दिख रहा है।

    Hero Image
    Bareilly News: ब्लैक लिस्ट कंपनी को टेंडर देने पर गुस्साए बरेली के महापौर, जांच के लिए लिख डाला पत्र

    बरेली, जेएनएन। Bareilly Nagar Nigam : मेसर्स आदित्य इंजीकाम प्रा. लिमिटेड को नगर निगम द्वारा दिए गए 2.27 करोड़ का टेंडर देने का मामला तूल पकड़ लिया है। ब्लैक लिस्ट कंपनी को टेंडर देने पर महापौर ने गहरी नाराजगी जताते हुए अधिकाारियों को जांच के लिए पत्र लिखा है। इसके बाद निर्माण विभाग व प्राधिकरण के इंजीनियर घिरते दिख रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महापौर डा. उमेश गौतम ने ब्लैक लिस्ट कंपनी को टेंडर दिए जाने के मामले में नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने कंपनी और उनसे जुड़े पार्टनरों को किन-किन फर्म के नाम से टेंडर दिए गए इसकी जांच की मांग की है।

    कहा कि मै. आदित्य इंजीकाम प्रा. लिमिटेड को नगर निगम के निर्माण विभाग ने 14वें वित्त आयोग की बजट से 2.27 करोड़ के टेंडर दिए थे। 25 अप्रैल 2018 को कार्यादेश जारी किया गया था। निर्माण दो माह में पूरा करना था। कंपनी ने न तो काम शुरू कराया और न कोई जवाब दिया।

    घोर लापरवाही के बाद निगम के निर्माण विभाग की ओर से कंपनी को तीन बार नोटिस जारी किए गए। लेकिन वह हर बार जल्द ही काम शुरु करने की बात करते रहे। कंपनी की मनमानी और लापरवाही की वजह निगम व सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया। कंपनी को दो मार्च 2020 को ब्लैक लिस्ट कर जमानत राशि जब्त की गई।

    महापौर ने बताया कि उक्त कंपनी के मालिक ने दूसरी कंपनी के नाम से बरेली विकास प्राधिकरण में भी करोड़ों के टेंडर लिए हैं। जो नियमों के खिलाफ है। अगर प्राधिकरण ने ऐसी कंपनी या उससे जुड़े आनर की कंपनी को टेंडर दिया है तो यह सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास है। इस संबंध में बीडीए उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त व मंडलायुक्त से भी मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।