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    बरेली नगर निगम ने आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए IVRI वैज्ञानिकों से मांगी मदद, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 09:43 PM (IST)

    बरेली नगर निगम ने आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए आइवीआरआइ के वैज्ञानिकों से मदद मांगी है। शहर में कुत्तों के बढ़ते आतंक को देखते हुए, निगम जनसंख्या नियंत्रण, बधियाकरण और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करने के लिए विशेषज्ञों की राय लेगा। निगम स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कार्ययोजना बना रहा है, ताकि नागरिकों को राहत मिल सके।

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    जागरण संवाददाता, बरेली। शहरवासियों के लिए चिंता का सबब बने आवारा कुत्तों के नियंत्रण के लिए नगर निगम ने ठोस कार्रवाई के लिए आइवीआरआइ के विज्ञानियों से मदद मांगी है। इसके लिए उन्हें पत्र लिखकर कुत्तों को पकड़ने और उनकी जनसंख्या नियंत्रण और सुप्रीम कोर्ट के दिए निर्देश समेत अन्य पहलुओं पर मार्गदर्शन मांगा है, जिससे ही आमजन को राहत पहुंचाई जा सके।

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    नगर निगम क्षेत्र के 80 वार्डों में कुत्तों और बंदरों के उत्पात से आमजन जीवन बेहाल हो उठा है। इसको लेकर आए दिन नगर निगम, जिला प्रशासन के अधिकारियों से शिकायतें पहुंच रहीं। साथ ही बोर्ड और कार्यकारिणी में भी ठोस पहल की मांग की जा रही। इन सबके बीच शीर्ष न्यायालय की ओर से भी निर्देश जारी करते हुए नगर निकायों और स्थानीय प्रशासन को शीघ्र पहल करने को कहा गया।

    सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद नगर निगम की ओर से आइवीआरआइ के विज्ञानियों से भी मदद मांगी जा रही है। अधिकारियों ने आवारा कुत्तों को पकड़कर रखने, उनके बधियाकरण, जनसंख्या नियंत्रण समेत अन्य पहलुओं पर मदद मांगी है। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि कुत्तों के नियंत्रण को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्ययाेजना तैयार की जा रही है। उप नगर स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से आइवीआरआइ के विज्ञानियों से भी मार्गदर्शन मांगा जा रहा है।

    सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह पहल करने का दिया है सुझाव

    पकड़े गए पशुओं को वहां नहीं छोड़ा जाएगा, जहां से उन्हें उठाया गया था।
    एक्सप्रेस-वे और हाईवे से भी हटाए जाएंगे आवारा कुत्ते
    शिक्षण संस्थानों में पाए जाने वाले आवारा कुत्तों को नसबंदी के बाद निर्दिष्ट आश्रय स्थल में ले जाना उस क्षेत्र के नगर निकाय या प्राधिकरण की जिम्मेदारी होगी।
    स्कूली बच्चों में जागरूकता लाई जाएगी। प्राथमिक उपचार को किट भी होगा उपलब्ध। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी होगा उपाय।