Bareilly-Moradabad Highway पर एक्सीडेंट रोकने का नया प्लान, लगेंगे 136 ट्रैफिक मानीटरिंग कैमरे; 7 स्पीड डिस्प्ले
बरेली-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 136 ट्रैफिक मानीटरिंग कैमरे लगाए जाएंगे। एनएचएआइ को 60 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। मंडल के सभी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों को दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों का चालान किया जाएगा। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने ब्लैक स्पाटों को उज्ज्वल स्पाट में बदलने के निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, बरेली। बरेली-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 136 ट्रैफिक मानीटरिंग कैमरे, सात स्पीड डिस्प्ले और 22 इंसीडेंट डिटेक्शन लगाए जाएंगे। इसके लिए एनएचएआइ को 60 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है।
बरेली-शाहजहांपुर हाईवे पर भी एटीएमएस कैमरों का प्रस्ताव स्वीकृत कराकर लगवाने के निर्देश दिए गए। गुरुवार को मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई।
अध्यक्षता कर रहीं मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने ब्लैक स्पाटों पर संकेतक, साइनेज और रोशनी का इंतजाम कर उन्हें उज्ज्वल स्पाट में बदलने, संभावित दुर्घटना स्थलों को चिह्नित कर हाट स्पाट घोषित कर वहां सुधारात्मक कार्य कराने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा कि मंडल के सभी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई करें।
बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों का चालान करें। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने अवगत कराया कि बरेली-मुरादाबाद नेशनल हाईवे पर 60 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। जिससे एटीएमएस कैमरे, डिस्प्ले और इंसीडेंट डिटेक्शन लगाए जाएंगे। जिस पर मंडलायुक्त ने बरेली-शाहजांपुर हाईवे पर भी एटीएमएस कैमरे का प्रस्ताव स्वीकृत कराकर लगवाने के लिए निर्देशित किया।
पुलिस उप महानिरीक्षक अजय कुमार साहनी ने बदायूं जिले में खतरनाक मोड़ पर रंबल स्ट्रिप, क्रैश बैरियर एवं यातायात संकेतक लगवाने के निर्देश दिए। कहा कि अनाधिकृत रूप से चल रहे ई-रिक्शा का संचालन रोकें। सभी ई-रिक्शा चालकों का चरित्र सत्यापन एवं ड्राइविंग लाइसेंस का सत्यापन करने के निर्देश दिए।
बरेली महानगर में अत्याधिक संख्या में ई-रिक्शा संचालित होने के कारण जाम एवं अराजकता की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस यातायात एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को संयुक्त अभियान चलाकर अवैध एवं फिटनेस समाप्त वाहनों को हटाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी टोल प्लाजा से पुलिस विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग को आपस में सामंजस्य बनाकर घायलों को त्वरित चिकित्सा के लिए अस्पताल पहुंचाया जाए।
हाईवे के समस्त टोल पर ट्रामा सेंटर स्थापित करने के लिए निर्देशित किया। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि बरेली-शाहजहांपुर सड़क के मध्य में निराश्रित गोवंश बैठे दिखाई पड़ते हैं और इनका मुख्य कारण मीडियन पर क्रैश बैरियर न होना एवं अपेक्षा से अधिक हरियाली होना है। मीडियन एवं क्रैश बैरियर लगाने के लिए निर्देशित किया गया।
दुर्घटना की आशंका वाले स्थानों को हाट स्पाट चिह्नित कर निराश्रित गोवंश को गोशाला पहुंचाने के निर्देश दिए गए। आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा ने जिले के सभी मार्गों पर कलर कोडिंग से अवगत कराया। आइआइटी मद्रास की संस्था कमेटी आन एक्सीलेंस रोड सेफ्टी द्वारा विकसित संजय एप की जानकारी देते हुए बताया कि सड़क सुरक्षा के लिए स्थानिक बुद्धिमता (डाटा ड्रिवन हाईपरलोकल इन्टरवेशन) के माध्यम से रियल टाइम मीटीगेशन आफ रोड एक्सीडेंट एवं ट्रामा प्रिपेरिड्नस लेवल( टीपीएल) के विषय में अवगत कराया।
संयुक्त शिक्षा निदेशक अजीत कुमार ने बताया कि सभी विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब बने हुए हैं। स्कूली बसों में एक बच्चे को रोड सेफ्टी मानीटर का बैज देते हुए सभी विद्यार्थियों में सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूकता की मानिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया जाए।
बस एसोएसिएशन के अध्यक्ष मलिक ने शहर में पार्किंग की व्यवस्था न होने की बात उठाई। संभागीय परिवहन अधिकारी संजय सिंह ने कांट्रेक्ट कैरिज बस अड्डा योजना के बारे में अवगत कराया। एक्सपर्ट सड़क सुरक्षा एसके सूरी ने नैनीताल रोड, आइवीआरआइ पुल एवं चौकी चौराहे पर सुधारात्मक कार्रवाई के सुझाव दिए।
बैठक में नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य, पुलिस अधीक्षक (यातायात) बरेली मो. अकमल खां, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन), प्रणव झा, सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन पंकज सिंह, परियोजना निदेशक एनएचएआइ बरेली सौरभ चौरसिया, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी केके सिंह, प्रकाश चंद्र, आरएम परिवहन निगम दीपक चौधरी समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर में बाइकों की टक्कर में जा रही जान सड़क दुर्घटनाओं की जिलेवार समीक्षा के दौरान पाया गया कि बरेली में दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मौतें साइड (पीछे) की टक्कर से व किनारे से हुई टक्कर के कारण हुई हैं, लेकिन बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा मृत्यु दोपहिया वाहनों के आपस में टकराने से हुई है। बदायूं और पीलीभीत में चालकों के हेलमेट न लगाना भी बड़ा कारण रहा है।
तीनों जनपदों में बिना हेल्मेट वाहन चलाने के विरूद्ध ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया। बदायूं में सर्वाधिक दुर्घटनाएं स्टेट हाईवे जबकि पीलीभीत व शाहजहांपुर में नेशनल हाईवे पर दुर्घटनाएं हो रही हैं। दुर्घटना वाले स्थानों पर सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। सोलेशियम स्कीम के अधिक प्रकरण बदायूं में लंबित होने पर एआरटीओ प्रवर्तन को तत्काल प्रकरण निस्तारण के लिए निर्देशित किया।
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