जुलूस-ए-मोहम्मदी में न लहराएं पाकिस्तान व फिलिस्तीन के झंडे, मौलाना ने मुस्लिम युवकों व किशोरों से की अपील
बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मुस्लिम युवाओं से जुलूस ए मोहम्मदी में पाकिस्तान द्वारा प्रमोटेड नारे सर तन से जुदा का उपयोग न करने की अपील की है। उन्होंने जुलूसों में पाकिस्तान और फिलिस्तीन के झंडे फहराने से भी बचने को कहा। मौलाना ने युवाओं से पैगंबर ए इस्लाम के जन्मदिन को खुशी और मुहब्बत से मनाने का आग्रह किया और देश की शान तिरंगा फहराने की बात कही।

जागरण संवाददाता, बरेली। मुस्लिम युवा पाकिस्तान से प्रमोट किए गए नारे 'सर तन से जुदा' को जुलूस ए मोहम्मदी में बिल्कुल न लगाएं। जुलूस में पाकिस्तान व फिलिस्तीन का झंडा भी फहराने से बचें।
जुलूस ए मोहम्मदी पैगंबर ए इस्लाम की आमद का दिन है, जिसे खुशियों और मुहब्बत के साथ मनाएं। मुस्लिम युवाओं और किशोरों से यह अपील बरेलवी मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने की है।
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने जश्न ए ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकाले जाने वाले जुलूसों में शामिल होने वाले नौजवान मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि पाकिस्तान का प्रमोट किया गया नारा 'सर तन से जुदा' अपने जुलूसों में न लगाएं।
मौलाना ने यह भी कहा कि फिलिस्तीन से हमें और हमारे देश भारत के हर एक व्यक्ति को हमदर्दी है। इजरायल की जुल्म ज्यादतियों को गलत मानते हैं, मगर अपने जुलूसों में फिलिस्तीन का झंडा न लहराएं।
जुलूसों में अन्य देशों पाकिस्तान, ईरान, तुर्की आदि के भी झंडे न लगाएं। अगर देश का झंडा लगाना ही है तो अपने देश का तिरंगा झंडा लगाएं, क्योंकि तिरंगा झंडा हमारे देश की पहचान और शान है। मौलाना ने कहा कि दूसरे देशों के झंडे अपने जलसा व जुलूस में लगाना कानूनन जुर्म है।
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