Updated: Sat, 02 Aug 2025 03:56 PM (IST)
बरेली जिले में मानसून के दौरान मलेरिया के मामलों में वृद्धि हुई है जहाँ 832 लोग संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने एंटी-लार्वा फागिंग और सक्रिय केस सर्वेक्षण जैसे कदम उठाए हैं। लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए सावधानी बरतने और लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी गई है।
जागरण संवाददाता, बरेली। मानसून के मौसम में मलेरिया संक्रमित बढ़ गए हैं। जिले में अब तक 832 लोग मलेरिया से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें सबसे अधिक मझगवां, मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी से सामने आए हैं।
इनमें मलेरिया के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष टीमें लगाई गई हैं। जिला मलेरिया अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि विभाग इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है।
मलेरिया की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर एंटी-लार्वा फागिंग और सक्रिय केस सर्वेक्षण अभियान चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों का उद्देश्य मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करना और संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर उनका समय पर इलाज प्रदान करना है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शुक्रवार को मीरगंज एंटी वेक्टर कार्रवाई की गई। पिछले वर्ष, जिले में 123 क्षेत्रों को मलेरिया के लिए संवेदनशील घोषित किया गया था, जहां पांच से अधिक मामले दर्ज किए गए। इस वर्ष भी विभाग इन क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
विशेषज्ञों ने कहा, मलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें। घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, पूरी बांह के कपड़े पहनें, और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
किसी भी प्रकार के लक्षण (बुखार, ठंड, सिरदर्द) महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सामूहिक प्रयासों से ही इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।