बरेली में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग ने फंदा लगाकर दी जान, प्रेमी ने ही दिल्ली बुलाकर किया था अपहरण
बरेली में एक पॉलिटेक्निक छात्रा ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद आत्महत्या कर ली। उसका प्रेमी और दोस्त ने दिल्ली में उसका अपहरण कर दो महीने तक दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया था लेकिन छात्रा अवसाद में रहने लगी और उसने आत्महत्या कर ली। घटना से परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, बरेली। सामूहिक दुष्कर्म से आहत पॉलिटेक्निक की छात्रा ने शुक्रवार को फंदा लगाकर जान दे दी। पिछले वर्ष दिल्ली में उसे दो माह तक बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
घटना में उसका प्रेमी भी शामिल था। दो माह बाद किसी तरह से किशोरी छूटकर घर आई और पूरी कहानी मां को बताई। घटना के बाद से छात्रा अवसाद में रहने लगी थी। कहती थी कि न प्रेमी मिला न ही उसकी इज्जत बची। ऐसी जिंदगी से क्या फायदा। इसी के चलते शुक्रवार को उसने जान दे दी।
यह है पूरा मामला
भमोरा थाना क्षेत्र निवासी एक किशोरी पालिटेक्निक की छात्रा थी। उसके पिता दक्षिण भारत में मजदूरी करते हैं। मां आंगनबाड़ी में कार्यरत हैं। कॉलेज के एक युवक प्रियांशु उर्फ प्रिंस से उसका प्रेम प्रसंग हो गया।
छात्रा की बहेड़ी निवासी एक दोस्त को इस बारे में पूरी जानकारी थी। 26 जून, 2024 को छात्रा की दोस्त ने फोन कर कहा कि प्रिंस उसे दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मिलेगा वह वहीं पर चली जाए। इसके बाद प्रिंस से जब बात हुई तो उसने भी छात्रा को दिल्ली जाने को कहा।
28 जून को छात्रा अचानक बिना किसी को बताए दिल्ली को रवाना हो गई और फिर वहां से लौटकर नहीं आई। छात्रा की मां ने मामले में सीबीगंज थाने में आरोपी प्रिंस और उसकी दोस्त के विरुद्ध अपहरण की प्राथमिकी लिखाई।
करीब दो माह बाद अगस्त में छात्रा बरामद हुई। उसने मां को पूरी कहानी बताई तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। पुलिस ने अपहरण के मामले में छात्रा के बयान दर्ज किए तो उसने अपने साथ हुई दरिंदगी की कहानी सुना दी।
पुलिस को बताया कि उसके साथ दिल्ली में उसके प्रेमी प्रियांशु उर्फ प्रिंस, गाजियाबाद के मूड़ भारत नगर सोहिल ने उसके साथ नशा देकर बार-बार दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपियों ने किसी गिरधारी नाम के युवक को उसे सौंप दिया। वहां से वह किसी तरह से भागकर आई।
मामले में पुलिस ने अपहरण की प्राथमिकी को सामूहिक दुष्कर्म, पॉक्सो समेत कई गंभीर धाराओं में तरमीम कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया। इन्हीं सब से आहत किशोरी ने शुक्रवार दोपहर फंदा लगाकर जान दे दी। छात्रा की मृत्यु से पूरे गांव में सन्नाटा छा गया है।
कहती थी छात्रा न प्रेमी मिला न ही इज्जत बची
परिजनों के अनुसार, इस घटना के बाद से किशोरी अवसाद में रहने लगी थी न ज्यादा किसी से बात करती थी। न ही कॉलेज जाने की इच्छा थी। कुछ भी पूछते तो कहती थी कि न तो प्रेमी मिला न ही उसकी इज्जत बची। अब उससे कौन शादी करेगा। परिवार वालों ने उसे काफी समझाने का प्रयास किया। मगर छात्रा को अवसाद से नहीं निकाल सके। परिणाम उसने जान दे दी।
परिवार में नहीं था कोई, साड़ी से लगाया फंदा
घटना के वक्त छात्रा के साथ कोई भी नहीं था। मां अपनी ड्यूटी पर गई और बहन बाहर थी। इसी बीच छात्रा अंदर वाले कमरे में गई और कमरे में लगे बल्ले से फंदा लगाकर लटक गई। जब मां ड्यूटी से लौटी तो उन्हें घटना की जानकारी हुई।
घटना की जानकारी है, इस मामले में पूर्व में अपहरण की प्राथमिकी सीबीगंज थाने में छात्रा की मां ने दर्ज कराई थी। उस मामले में विवेचना के बाद प्राथमिकी को दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में तरमीम कर दो लोगों के विरुद्ध चार्जशीट लगाकर उन्हें जेल भेजा गया था। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
-अंशिका वर्मा, एसपी साउथ
नशे की हालत में ही रखते थे आरोपी
अपहरण के बाद बरामद होने पर छात्रा ने पुलिस को बताया था कि आरोपी उसे हमेशा नशे की हालत में रखते थे। अंत में नशे की हालत में ही उसे किसी गिरधारी नाम के युवक को सौंपा गया था। वह उसे अपने साथ एक कमरे में ले गया और गलत काम किया। पुलिस अब गिरधारी की तलाश में जुटी है, क्योंकि उसका पता किसी को नहीं मालूम। वहीं दूसरी ओर कोर्ट ने छात्रा की दोस्त को भी तलब कर लिया है।
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