यूपी में फिल्मी अंदाज में इनामी डकैत का एनकाउंटर, कहां-कहां लगी गोली जो हो गई मौत?
बरेली में पुलिस ने मुठभेड़ में एक लाख के इनामी डकैत शैतान उर्फ सोल्जर को मार गिराया। मुठभेड़ में एक सिपाही घायल हो गया। शैतान पर सात जिलों में 19 मुकदमे दर्ज थे, जिनमें हत्या और डकैती जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। पुलिस को उसके पास से हथियार और नकदी भी बरामद हुई है। दूसरा बदमाश फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

जागरण संवाददाता, बरेली। बिथरी थाने से वांछित एक लाख का इनामी कुख्यात डकैत शैतान उर्फ सोल्जर को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। उसके सिर और सीने में दो गोलियां लगी। इस एनकाउंटर में हेड कांस्टेबल राहुल को भी गोली लगी जिससे वह घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसओजी प्रभारी सुनील शर्मा की बुलेट प्रूफ जैकेट में दो गोलियां लगी। कुख्यात बदमाश शैतान पर सात जिलों में 19 मुकदमे दर्ज थे। बरेली में दो डकैती और हत्या व डकैती की घटनाओं में शामिल था।
पिछले वर्ष नवंबर में बिथरी के उदयपुर जसरथपुर गांव निवासी कैसर खां के घर पर डकैती हुई थी। घर में घुसे बदमाशों ने तमंचे के बल पर सोने चांदी के जेवर के साथ ही दो हजार रुपये व अन्य सामान लेकर फरार हो गए थे। उस वक्त मामले में बिथरी पुलिस ने चोरी में प्राथमिकी पंजीकृत की लेकिन जांच में डकैती साबित होने पर डकैती की धारा बढ़ाई गई थी। इस डकैती को अंजाम देने वाला कुख्यात बदमाश शैतान उर्फ सोल्जर उर्फ इफ्तेखार व उसके साथी थे।
पुलिस शनिवार को इसके दो साथी मुरादाबाद निवासी आफताब उर्फ सैफ अली उर्फ गजनी उर्फ नसरीन और शाहजहांपुर निवासी देवेंद्र को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। उस वक्त शैतान उर्फ इफ्तेखार मौके से फरार हो गया। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी थीं। गुरुवार तड़के पुलिस को सूचना मिली कि फरार बदमाश शैतान उर्फ सोल्जर और उसका एक साथी फिर से किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी में हैं।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बदमाशों को बिलवा पुल के पास घेर लिया। खुद को पुलिस से घिरता देख शैतान व उसके साथी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। करीब 17 राउंड फायरिंग के बाद पुलिस ने जब आत्मरक्षार्थ गोली चलाई तो शैतान के सिर और सीने में दो गोलियां लगी। जिससे वह मौके पर ही ढेर हो गया। दूसरा बदमाश मौके से फरार हो गया। पुलिस शैतान को लेकर अस्पताल पहुंची वहां डाक्टरों ने उसे ब्राड डेड घोषित कर दिया। वहीं, दूसरे फरार आरोपित की तलाश में टीमें लगी हुई हैं।
वर्ष 2006 में शैतान ने की थी पचौमी मंदिर के पुजारी की हत्या
कुख्यात बदमाश शैतान उर्फ सोल्जर के विरुद्ध सात जिलों में 19 मुकदमे पंजीकृत हैं। वर्ष 2006 में इसने फरीदपुर के पचौमी गांव में डकैती के बाद मंदिर की पुजारी की हत्या की और फरार हो गया। 19 मुकदमों में से इसके विरुद्ध चार मुकदमे डकैती के साथ हत्या के भी दर्ज हैं। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इसके पास से एक पिस्टल 32 बोर, दो मैगजीन, 17 जिंदा कारतूस 32 बोर, 28 हजार रुपये, मोबाइल और एक एचएफ डीलक्स मोटर साईकल बिना नंबर प्लेट बरामद की है।
2012 में बाराबंकी पुलिस की कस्टडी से हुआ था फरार
कुख्यात बदमाश शैतान उर्फ सोल्जर उर्फ इफ्तेखार के विरुद्ध हरदोई, गोण्डा, बहराइच समेत सात जिलों में मुकदमे पंजीकृत हैं। वर्ष 2012 में बाराबंकी पुलिस इसे कोर्ट ले जा रही थी उस वक्त यह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। आठ वर्षों बाद यूपी पुलिस एवं एसटीएफ की संयुक्त टीम ने इसे ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर से गिरफ्तार किया था। उस वक्त उसके विरुद्ध 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।
शैतान ने रखे थे अपने दर्जनों नाम, पांच पते पुलिस रिकार्ड में
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि, कुख्यात बदमाश अलग-अलग नामों से घटनाओं को अंजाम देता था। अभी तक पुलिस के रिकार्ड में इसे 12 नाम और करीब पांच पते हैं। पुलिस रिकार्ड में इसका नाम इफ्तेखार उर्फ धूम उर्फ लडडे उर्फ सोल्जर उर्फ लोधा उर्फ शैतान उर्फ शाकिर उर्फ रोहित अभी तक दर्ज हो चुके हैं। यह मूल रूप से कासगंज के कादरगंज के बरी चौक का निवासी था। इसके पित सादिक उर्फ साबिक हैं। वर्तमान में शैतान गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र के भूपखेड़ी गांव में रहता था।
एनकाउंटर की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसएसपी
एनकाउंटर की सूचना मिलते ही एसएसपी अनुराग आर्य स्वयं मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शैतान एक कुख्यात अपराधी था। उसकी तलाश लंबे समय से की जा रही थी। इस पूरी एनकाउंटर में एसओजी के अलावा तीन थानों की फोर्स भी शामिल थी।
बिथरी थाने से डकैती के मुकदमे में बांछित कुख्यात बदमाश शैतान उर्फ सोल्जर एनकाउंटर में मारा गया है। उसके विरुद्ध सात जिलों में 19 मुकदमें पंजीकृत थे। उसका एक साथी अभी फरार हो गया है उसकी तलाश में टीमें लगी हुई हैं। - अनुराग आर्य, एसएसपी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।