Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी के इस शहर में कट‍िया डालकर की जा रही थी ब‍िजली की इतनी बड़ी चोरी, नजारा देख अधि‍कार‍ियों के उड़े होश

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 01:13 PM (IST)

    बरेली के बानखाना क्षेत्र में 77.1 किलोवाट की बिजली चोरी का मामला सामने आया है जिसमें सपा पार्षद समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि रजा चौक नाले के पास अवैध ई-चार्जिंग सेंटर चल रहे थे जहाँ पोल से कटिया डालकर ई-रिक्शा चार्ज किए जा रहे थे।

    Hero Image
    बिजली चोरी पकड़े जाने पर आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर 1.12 करोड़ रुपये का लगाया गया जुर्माना।

    जागरण संवाददाता, बरेली। शहर के बानखाना क्षेत्र में रजा चौक नाले के पास एक ही 77.1 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़े जाने से विद्युत विभाग की विजिलेंस और मॉर्निंग रेड करने वाले अधिकारी बेनकाब हो गए हैं। बिजली चोरी में सपा पार्षद समेत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बीते मंगलवार को रजा चौक नाले के पास सपा के पार्षद ओमान रजा खान, पूर्व पार्षद मोहम्मद नदीम समेत पांच लोगों के परिसरों में अवैध ई-चार्जिंग सेंटर चल रहे थे। पोल से कटिया डालकर पांच परिसरों में 97 ई-रिक्शा चार्ज किए जा रहे थे। तीन घरों में भी चोरी की बिजली जल रही थी।  77.1 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़े जाने पर आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर 1.12 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

    बिजली चोरी रोकने के लिए छापेमारी करने वाली विद्युत विभाग की विजिलेंस, मॉर्निंग रेड करने वाली एचआर वर्टिकल के अभियंताओं पर सवाल उठने लगे हैं। छह महीने में विभाग ने दो बार अनुरक्षण माह का आयोजन किया। पोल से लेकर उपकेंद्र तक व्यवस्था परखी गई। सभी ट्रांसफार्मरों के लोड भी चेक किए गए। इसके बाद भी बानखाना में हो रही व्यापक पैमाने पर बिजली चोरी क्यों नहीं पकड़ी जा सकी।

    आशंका जताई जा रही है कि बिना विभाग के किसी अधिकारी, कर्मचारी की संलिप्तता के इतनी बड़ी चोरी मुमकिन नहीं है। अगर किसी घर में बिना कनेक्शन के केबल खिंचा दिख जाता है तो जेई, एसडीओ, लाइनमैन को पता चल जाता है। फिर यहां शहर के बीच में हो रही बिजली चोरी अब तक क्यों नहीं पकड़ी गई। विभागीय अधिकारी भी इसको लेकर गंभीर हैं। प्रकरण की विभागीय जांच भी कराई जा रही है।

    मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश का कहना है कि शहर के बीच में एक ही जगह पांच ई-चार्जिंग सेंटर अवैध रूप से संचालित हो रहे थे, लेकिन विभाग के जेई और एसडीओ को पता क्यों नहीं चल सका, इसकी जांच कराई जा रही है। अगर किसी विभागीय अधिकारी, कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

    यह भी पढ़ें- मौलाना तौकीर को शरण देने वाले आरि‍फ-फरहत के खि‍लाफ बड़े एक्‍शन की तैयारी! निकल रहीं पुरानी फाइलें