Bareilly News: बांग्लादेशी बहनें जेल में, कहां से आया कितना रुपया? फंडिंग की खुलेगीं परतें
बरेली में अवैध रूप से रह रही तीन बांग्लादेशी बहनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इन महिलाओं पर फर्जी दस्तावेज बनाने और अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने का आरोप है। पुलिस उनके ससुराल वालों और परिचितों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को मुनारा बी की फंडिंग पर भी शक है जिसके चलते उनके बैंक खातों की जांच की जा रही है।
जागरण संवाददाता, बरेली। वर्षों से बरेली में रहकर अपना साम्राज्य खड़ा करने वाली बांग्लदेशी तीनों बहनों को पुलिस ने शनिवार को ही जेल भेज दिया था। अब पुलिस उनके ससुराल वालों के अलावा आस-पास और परिचितों से पूछताछ में जुटी है।
पुलिस का कहना हैं कि महिलाओं ने अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने, फर्जी दस्तावेज दस्तावेज बनाकर खुद को भारतीय दिखाने का अपराध किया है इसलिए अब कोर्ट के आदेश के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। कोर्ट व गृह मंत्रालय के आदेश पर तीनों महिलाओं को दिल्ली के डिपोटेशन सेंटर भेजा जाएगा और वहां से उन्हें देश से बाहर निकाला जाएगा। वहीं, दूसरी ओर सोमवार को पुलिस के पास बांग्लादेशी मुनारा बी के खातों की भी जानकारी आ जाएगी।
कोर्ट के आदेश पर बांग्लादेशी महिलाओं को देश से निकालने की होगी तैयारी
मूल रूप से बांग्लादेश में जेस्सोर खुलना जिले के बैनापुलपोर्ट थाना क्षेत्र के शीकरी गांव निवासी मुनारा बी वर्ष 1970 से 1972 के बीच अवैध रूप से भारत में घुसी। किसी तरह से वह बरेली आई और यहां आकर प्रेमनगर के मोहम्मद यासीन उर्फ कल्लू से निकाह कर लिया। धीरे-धीरे अपने सभी फर्जी दस्तावेज तैयार कराए और बाद में अपनी बहन सायरा बानो और तस्लीमा को भी बुलाकर उनका निकाह हाफिसगंज में करा दिया। तब से तीनों महिलाएं भारत में रह रही हैं।
विदेश जाने के लिए बनवाया था पासपोर्ट
मुनारा ने विदेश जाने के लिए वर्ष सबसे पहले 1996 में सबसे पहल पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। मगर वह किसी कारण से रिजेक्ट हुआ तो वर्ष 2011 में उसने किसी तरह से अपना पासपोर्ट तैयार करा लिया। मगर उसमें उनसे अपनी जन्मतिथि 1959 बताया इसलिए अधिक उम्र होने की वजह से उसे विदेश जाने की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद मुनारा ने एक और अपराध किया।
- वर्ष 2012 में उसने अपनी बहन सायरा बानो के नाम से सभी फर्जी दस्तावेज तैयार कराए लेकिन उसमें सभी जानकारी अपनी दी। दस्तावेज सायरा के नाम से थे लेकिन फोटो, पति का नाम और पता सब उसने अपना ही रखवाया।
- मुनारा ने अपनी जन्म तिथि बदलकर सायरा के दस्तावेजों में 1973 करवा ली। इसके बाद उसने नौ बार विदेश यात्राएं की।
- इसमें चार बार वर्ष 2014, 2016, 2018 और वर्ष 2019 में बांग्लादेश की यात्रा की। बाकी चार बार दुबई, कुवैत समेत अन्य विदेशों में घुमी। विदेश में जाने का कारण पूछा तो उसने काम करना बताया, लेकिन यह बात पुलिस के गले नहीं उतरी। हालांकि, अभी पुलिस इस मामले में जांच कर ही है। तीनों महिलाओं को जेल भेज दिया गया है।
सोमवार को मिलेगी खाते की जानकारी, तब खुलेगा फंडिंग का राज
मुनारा की लाइफ स्टाइल, घर आदि देखकर पुलिस को यह बिल्कुल भी नहीं लगा कि वह महज झाड़ू पौंछा या जरी काम करती है। उसके दो मंजिला घर पर टाइल्स, पत्थर लगने होने के साथ ही सीसीटीवी भी लगे हैं। घर में एंड्राइड टीवी होने के साथ ही सभी ओटीटी प्लेटफार्म्स का सब्सक्रिप्शन भी है। उसके नाती-नातिन भी अच्छे स्कूल से पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस को उसकी फंडिंग पर शक हुआ।
पुलिस निकलवा रही है खातों की डिटेल
इसके बाद पुलिस ने उसके सभी बैंक खातों की जानकारी निकलवाई है। सोमवार को पुलिस को मुनारा बी के सभी खातों की जानकारी मिल जाएगी। उससे यह स्पष्ट होगा कि आखिर मुनारा के खातों में कुल कितना रुपया है। वह कहां-कहां से आया और किस तरह से आया। उससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि कहीं कोई महिला को फंडिंग तो नहीं कर रहा था। यदि ऐसा हुआ तो पुलिस फंडिंग करने वालों की भी तलाश करेगी।
भाइयों की भी तलाश में जुटी पुलिस
पूछताछ के दौरान तीनों महिलाओं ने बताया था कि उनके दो भाई भी बरेली में रहते हैं। दोनों ही हाफिजंगज निवासी हैं। ऐसे में पुलिस अब उनकी भी तलाश में जुटी है। इसके अलावा तीनों महिलाओं के ससुराल वालों के अलावा आस-पास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
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