Bareilly News: कौन है पांच लाख की चंपी, जिसका नखरा देख दीवाने हो गए बरेली के लोग
Bareilly Chaubari Mela News बरेली के मेले में पांच लाख की चंपी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।लोग उसके नखरे और अदाओं के दीवाने है। लंबी गर्दन व अपने युवा शरीर से वह हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।

बरेली, शुभम शर्मा। Bareilly Chaubari Mela News : बरेली के रामगंगा पर गंगा दशहरा मेले में पांच लाख की चंपी क्या आई? उसका नखरा देख लोग दीवाने हो गए। लंबी गर्दन और अपनी अदाओं से हर किसी को अदा करने वाली चंपी इन दिनों मेले में छाई है। अब आप ये सोच रहे होंगे आखिर ये पांच लाख की चंपी कौन है? जिसके बरेली में लोग दीवाने हो गए।आइए हम बताते है आपको कि कौन है चंपी और उसके लोग क्यों दीवाने हुए?
दरअसल चंपी कोई डांसर नहीं है।चंपी कोई महिला भी नहीं है। लेकिन लोग फिर भी उसके दीवाने है।चंपी एक युवा घोड़ी है। जो अपनी खूबसूरती और अपने नखरीले अंदाज से सबका दिल जीत रही है। यह घोड़ी बदायूं के दातागंज के चापर कौरा गांव से आई है। इसे मेले में बालकराम लाए है। चंपी को बालक राम ने करीब एक साल पहले आंवला के एक गांव से खरीदा था। जिसके बाद वह चंपी को मेले में लाए है। जिसका दाम उन्होंने पांच लाख रूपए तय किया है।
इसलिए कर रही है लोगों को आकर्षित
चंपी की आयु पांच वर्ष है। जिसके कान जुडे़ हुए है।इसकी गर्दन लंबी है। चंपी के मालिक ने बताया कि उसका नाम रोशिनी है। इस नाम से ही उसे घर पर बुलाया जाता है। चंपी का शरीर युवा होने के नाते काफी मजबूत है। इसके अलावा उसकी फुर्ती और उसके अदा दिखाने का अंदाज हर किसी को आकर्षित कर रहा है। हालांकि घोड़ी मालिक ने चंपी को काफी सजा धजा कर रखा है। इस कारण वह पूरे मेले में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
नुखरा और रानी का नखासा मेला में बोलबाला
गंगा दशहरा पर नखासा मेले में घोड़ा-घोडिय़ों की हिनहिनाहट की चारों ओर गूंज बनी हुई है। मेले में चंपी, नुखरा व रानी घोड़ा-घोड़ी काफी चर्चा में है। अश्वपालकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बाद अश्वपालन की तरफ लोगों का रूझान बढ़ा है। साथ ही जिसके घर घोड़ा या घोड़ी रखी जाती है उसकी गांव व क्षेत्र में अलग पहचान होती है।
नुखरा नस्ल की रानी है सबसे सुंदर घोड़ी
सीधे कान, सफेद रंग, अच्छी कद-काठी व पैर मजबूत। यह नुखरा नस्ल की रानी नाम की घोड़ी अश्व मेले में सबसे सुंदर घोडिय़ों में से एक है।पीलीभीत से नाग बाबा हरि गिरी ने बताया कि नुखरा नस्ल की घोड़ी की कीमत डेढ़ लाख रुपये है। यह घोड़ी शादी-विवाह में जाती है और नृत्य करती है। इसकी शादी-विवाह में काफी मांग है। श्रृंगार के लिए तीन किलो चांदी पहनाई जाती है।
काफी चर्चित रहता है बरेली का चौबारी मेला
बरेली में सात जून से शुरू हाेकर 12 जून तक चलने वाले चौबारी में गंगा दशहरा पर लगने वाला जानवरों का यह मेला काफी चर्चित मेला है।यहां दूर दूर से व्यापारी घोड़ा घोड़ी खरीदने आते है।इस मेले में घोड़े घोड़ियों की कई नस्ल मिलती है।जिनका दाम उनके यौवन, नस्ल और मालिक पर निर्भर करता है।हालांकि यह मेला कोरोना संक्रमण के दौरान प्रभावित हुआ था। अब इस मेले की रौनक वापस लौट रही है।

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