बरेली में 25 करोड़ से बनेंगे पुल और रपटा-नाले, बोर्ड की बैठक में इन बड़े कामों को भी मिली मंजूरी
बरेली में 25 करोड़ रुपये की लागत से पुल, रपटा और नाले बनाए जाएंगे। नगर निगम बोर्ड की बैठक में इन परियोजनाओं को मंजूरी मिली। इन विकास कार्यों से शहर में जलभराव की समस्या कम होगी और यातायात सुगम होगा। सड़कों की मरम्मत और पार्कों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।

बरेली में 25 करोड़ से बनेंगे पुल और रपटा-नाले। जागरण
जागरण संवाददाता, बरेली। शिकायत, सहमति, असहमति और हंगामे के बीच जिला पंचायत बोर्ड की अनुपूरक कार्ययोजना बैठक में 25 करोड़ रुपये की लागत से 185 निर्माण कार्य कराने की स्वीकृति सदन ने दी। वर्ष 2025-26 के लिए मिट्टी खड़ंजा के 90 कार्य 10 करोड़ रुपये, लेपन के 35 कार्य सात करोड़ रुपये, 50 नालों का निर्माण 6.5 करोड़ रुपये और पुल, पुलिया और रपटा पुल के 10 कार्य 1.5 करोड़ रुपये की लागत से कराए जाएंगे।
इसके अलावा 15 ब्लाकों और व्यवसायियों को शामिल करते हुए 7,557 करदाताओं से 3.18 करोड़ रुपये की कर प्रस्तावना सूची अनुमोदित की गई। मृत करदाताओं की संपत्ति व विभव कर बट्टे खाते में डाले जाने, आय बढ़ाने के लिए सिरौली, ईध जागीर, बरौर में शापिंग कांप्लेक्स के निर्माण को सदन ने स्वीकृति दी।
इसके अलावा चौबारी मेले, मां दुर्गा विसर्जन आदि पर होने वाले व्यय पर सदन ने अपनी सहमति दी। संपत्तियों की पैमाइश, अभिलेखों का तहसील से परीक्षण व खसरा-खतौनी को प्राप्त करने के लिए अनुभवी लेखपाल की नियुक्ति को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
आरोप लगाते हुए की शिकायत
जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में अधिकारियों के उपस्थित न होने, अधिकारियों की ओर से सम्मान न दिए जाने के साथ ही ठेकेदारों के व्यवहार व बात न सुनने का आरोप लगाते हुए शिकायत की। जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी, ब्रह्म स्वरूप सागर और इंद्रपाल ने उनके क्षेत्रों में विकास कार्य न कराए जाने और कर्मचारियों के पटल न बदले जाने पर आपत्ति जताई।
इस पर कुछ जिला पंचायत सदस्यों ने वार्डों में काम होने की जानकारी देते हुए खड़े हो गए। जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने विकास कार्य कराने को लेकर अपनी राय व्यक्त की, लेकिन राजनीतिक खींचतान बढ़ने पर कुछ सदस्य बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर चले गए। जिला पंचायत की ओर से जिला उद्योग बंधु की बैठक से प्राप्त प्रस्तावों के निर्माण कराने के प्रस्ताव अपर मुख्य अधिकारी नीतू सिंह सिसौदिया ने रखा तो इस पर कई सदस्यों ने विरोध जता दिया। बाद में तीन कार्यों को स्वीकृत मिली।
टैक्स के कई स्लैब बनाने की मांग
जिला पंचायत सदस्य शिल्पी यादव के प्रतिनिधि सुधीर यादव टैक्स के कई स्लैब बनाने की मांग की। जिला पंचायत सदस्य प्रियंका यादव ने भमोरा-आंवला मार्ग स्थित इफ्को चौक का नाम पद्म भूषण मुलायम सिंह यादव चौक करने का प्रस्ताव सदन में दिया। वहीं, ब्लाक प्रमुखों ने भी उनके कार्य जिला पंचायत की ओर से न होने का आरोप लगाया। जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र पाल गंगवार ने गरीब परिवारों का राशन काटे जाने की शिकायत की, जिसका निस्तारण जल्द करने का आश्वासन दिया गया।
अधिकारियों के बोर्ड बैठक में न आने पर जिला पंचायत सदस्यों ने आपत्ति जताई तो सीडीओ देवयानी ने कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इस दौरान विधायक नवाबगंज डा. एमपी आर्य, ब्लाक प्रमुख योगेश पटेल, भाजपा नेता प्रशांत पटेल, डीडीओ दिनेश यादव आदि मौजूद रहे।
जिला पंचायत सदस्य का नहीं लड़ेंगी चुनाव
राजनीति मेरा धर्म, जिला पंचायत सदस्य चुनाव नहीं लड़ूंगी वार्ड 28 से जिला पंचायत सदस्य तेजेश्वरी सिंह ने कहा कि सदन में यह उनकी आखिरी बैठक है। अब वह जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि राजनीति मेरा धर्म है और वह जनता की सेवा करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर पूरे प्रकरण से अवगत कराएंगी।
करोड़ों की लागत से बने जीआइसी आडिटोरियम का जेनरेटर खराब, बरामदे में की बैठक
स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत बनवाया गया जीआइसी आडिटोरियम सही ढंग से संचालित भी नहीं हो पाया कि बदहाली नजर आने लगी।
जिला पंचायत की बोर्ड बैठक शुरू होने से पहले ही आडिटोरियम का जेनरेटर खराब निकला। इससे बैठक को खुले में करना पड़ा। इस वजह से सांसद बरेली छत्रपाल गंगवार बैठक छोड़कर ही चले गए। जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने डीएम और नगर आयुक्त से शिकायत की।
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