एनआर से कनेक्टिविटी में फंसा बदायूं का रेल सफर
जागरण संवाददाता, बरेली: इज्जतनगर रेल मंडल ने बरेली-कासगंज ब्रॉडगेज का काम समय से पहले 15 मार्च को पूरा कर लिया है, जबकि रामगंगा-बदायूं के बीच यह काम 15 फरवरी को पूरा हो चुका। इसके बाद भी बरेली-बदायूं रेल ट्रैक पर तय समय पंद्रह अप्रैल से गाड़ियां नहीं दौड़ सकेंगी। इस रूट का संचालन पर संचालन एनआर की कनेक्टिविटी में फंसा पड़ा है। एक ओर सीआरएस निरीक्षण भी अटक गया है तो दूसरी तरफ यात्री परेशान हैं।
बरेली-उत्तराखंड से दक्षिण भारत के रेल सफर का सपना पूरा होने में लगातार दिक्कतें आ रही हैं। यूपीए सरकार की मंजूरी के सात साल बाद शुरू हुए बरेली-कासगंज बड़ी लाइन (ब्रॉडगेज) के प्रथम चरण का काम पंद्रह फरवरी को पूरा कर मार्च में रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) निरीक्षण कराने की तैयारी थी। जिससे पंद्रह अप्रैल से बरेली-बदायूं के बीच बंद रेल सफर को शुरू किया जा सके। रेल मंडल की इंजीनियरिंग टीम ने यह काम समय से पूरा कर पंद्रह मार्च को बदायूं-कासगंज का काम भी पूरा कर इंजन से ट्रायल कर लिया। मगर रामगंगा पुल पर बरेली-चंदौसी ब्रांच लाइन से जोड़ने वाली लाइन के नक्शे को उत्तर रेलवे (एनआर), दिल्ली से हरी झंडी नहीं मिल पा रही है। दिल्ली की इंजीनियरिंग अफसरों की टीम ने निरीक्षण कर रिपोर्ट भी दे दी, लेकिन इसके बाद भी कनेक्टिविटी का यह नक्शा नहीं मिल रहा है। इसी कारण बरेली-बदायूं के बीच लाखों यात्रियों का रेल सफर लटका हुआ है।
-अब जून में चलेंगी ट्रेनें
एनआर से कनेक्टिविटी का नक्शा मिलने के बाद काम शुरू करने को सीआरएस की हरी झंडी ली जाएगी। इसके बाद लगभग पंद्रह से एक महीने का बचा काम पूरा करने में लगेगा। कनेक्टिविटी होने के बाद ही सीआरएस का निरीक्षण होगा। इसमें जून तक समय लगने की उम्मीद है। इससे जून के अंत तक बरेली-बदायूं के बीच ट्रेन चल सकेंगी।