Kakoda Mela: बदायूं में रेत की सफेद चादर पर बसने लगा तंबुओं का शहर
Badaun Kakoda Mela बदायूं में रोहिलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मेला प्रशासन की अधिकारी मेला ककोड़ा की तैयारी को लेकर के कमर कसे हुए हैं। मजदूर भी मेले को भव्य बनाने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं।

बरेली, जेएनएन। Badaun Kakoda Mela : बदायूं में रोहिलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मेला प्रशासन की अधिकारी मेला ककोड़ा की तैयारी को लेकर के कमर कसे हुए हैं। मजदूर भी मेले को भव्य बनाने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के व्यस्ततम कार्यक्रम के बावजूद भी प्रशासनिक अधिकारियों ने शिथिलता नहीं बरती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम को भी सफलतम बनाया और रेत की सफेद चादर बसने वाला तंबुओ का शहर सबकी आस्था का केंद्र है।
अधिकारियोंं ने मेला ककोड़ा की तैयारियां भी जारी रखीं। मेला ककोड़ा से श्रद्धालुओं के आने वाला मुख्य मार्ग बना दिया गया है। मेले को जाने वाला मुख्य मार्ग तैयार हो रहा है। बरेली मेले क्षेत्र की लेवलिंग की जा रही है। जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली लेवलिंग के लिए लगाए गए हैं। मुख्य मार्गो के दोनो बैरीकेटिंग की जा रही है। मुख्य मार्ग उनके दोनों मुख्य द्वारों को चिन्हित कर दिया गया है। मुख्य द्वार और गंगा तट के किनारे बनने वाले मुख्य द्वार को भव्यता प्रदान की जाएगी। उनको आकर्षक तरीके से सजाया जाएगा।
आगरा से आया मेले में टैंट
तंबूओं के शहर को बसाने के लिए मेले में आगरा से टैंट आ चुका हैं। तंबुओं को विधिवत लगाने का कार्य शुरु हो जाएगा। कम समय के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी समय-समय पर तैयारियों का जायजा ले रहे। कोशिश कर रहे कि शीघ्रता से तंबुओं का शहर बसे। जिसे आने वाले दुकानदारों और श्रद्धालुओं को मेले से पहले भी किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
बच्चों के मनोरंज को आए झूले चरखा
रोहिलखंड की सुप्रसिद्ध मेला ककोड़ा में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले चरख आदि पहुंच चुके हैं। मेला ककोड़ा के गंगा तट पर आसपास के गांवों के श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आने लगे हैं। श्रद्धालु अपनी बैलगाड़ियों, साइकिलों से गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। मार्गों में झंडी लगा दी गई हैं। जिससे मेले की रौनक और बढ़ने जा रही है।
पीएसी की वोट करेगी निगरानी
श्रद्धालुओं को इस बार गंगा स्नान करते समय सावधानी बरतनी पड़ेगी। इसकी वजह से गंगा जल का बहाव तेज होना। इसके साथ ही चिकनी मिट्टी। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सावधानी बरती गई है। पुलिस और पीएसी के जवान विशेष तौर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे। पीएसी की वोटे 24 घंटे गंगा किनारे तैनात रहेंगी। इसके बावजूद भी गंगा के बहाव को देखते हुए श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की जरूरत है।

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