'आक्रांताओं के कारण पूर्वज बने थे मुस्लिम', नसीमा ने की घर वापसी; बरेली के महेश से मंदिर में की शादी
Bareilly News बिहार की पूर्णिया निवासी नसीमा खातून ने तीन साल पहले निकाह किया। मगर बेटी के जन्म लेने पर पति ने तीन तलाक दे दिया। उन्होंने हालात से समझौता करना चाहा तो दबाव बढ़ता गया। उनसे कहा गया कि हलाला करें। परेशान होकर उन्होंने मुस्लिम धर्म त्याग दिया। शुक्रवार को उन्होंने बरेली पहुंचकर महेश शर्मा से विवाह कर अपना नाम मीनाक्षी शर्मा रख लिया।
जागरण संवाददाता, बरेली। बिहार की पूर्णिया निवासी नसीमा खातून ने तीन साल पहले निकाह किया। मगर बेटी के जन्म लेने पर पति ने तीन तलाक दे दिया। उन्होंने हालात से समझौता करना चाहा तो दबाव बढ़ता गया। उनसे कहा गया कि हलाला करें। परेशान होकर उन्होंने मुस्लिम धर्म त्याग दिया।
शुक्रवार को उन्होंने बरेली पहुंचकर महेश शर्मा से विवाह कर अपना नाम मीनाक्षी शर्मा रख लिया। सात फेरे लेने के बाद मीनाक्षी ने कहा कि मुगल आक्रांताओं के कारण पूर्वज इस्लाम धर्म के अनुयायी बन गए थे। परंतु मेरा विश्वास व आस्था सनातन धर्म में ही रही। इसलिए अब मैंने घर वापसी कर ली है।
बेटी होने के कारण बढ़ा उत्पीड़न
पूर्णिया (बिहार) की मीनाक्षी उर्फ नसीमा ने बताया कि बेटी होने के कारण उत्पीड़न बढ़ गया था। वक्त बीतता गया, हद पार होने पर उन्होंने विरोध किया तो आरोपित ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। कुछ समय बाद ही संदेश भिजवाने लगा कि साथ रहना है तो हलाला करवाना पड़ेगा।
एक माह पूर्व इंस्टाग्राम पर बरेली के महेश शर्मा से बातचीत शुरू हुई। उनको पूरी कहानी बताई। बातचीत बढ़ी और दोनों ने एक साथ रहने का फैसला कर लिया। इसके बाद शुक्रवार को वह बरेली पहुंचीं, फिर महेश उनको लेकर मढ़ीनाथ स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम पहुंचे।
आचार्य केके शंखधार को सभी प्रपत्र दिए। इसके बाद विवाह हुआ। विवाह के बाद मीनाक्षी ने डीएम व एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई। कहा कि इस विवाह से मेरे घरवाले प्रसन्न नहीं हैं।
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