Akshaya Tritiya 2022 : तीन राज योग वाली अक्षय तृतीया पर कैसे मिलेगा अच्छा फल, देखिए पूजा के शुभ मुहूर्त
Akshaya Tritiya 2022 Pujan इस बार अक्षय तृतीया मंगलवार को मनाई जाएगी।ज्योतिषाचार्य पं मुकेश मिश्रा के अनुसार इस बार शोभन योग में पड़ने वाली अक्षय तृत ...और पढ़ें

बरेली, जेएनएन। Akshaya Tratiya 2022 Pujan : वैशाख मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि में मनाई जाने वाली अक्षय तृतीया इस बार तीन मई यानी मंगलवार को मनाई जाएगी। इस बार की अक्षय तृतीया कई दुर्लभ संयोग को संजोए हुए हैं, जिस कारण इस बार कि अक्षय तृतीया बेहद ही खास होगी। ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा के अनुसार अक्षय तृतीया पर शोभन योग रहेगा। साथ ही चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेंगे। इन शुभ संयोग में मंगल कार्य करना बहुत ही शुभ फलदायी होगा। खास बात यह है कि इस तृतीया पर तीन राजयोग भी बन रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शुक्र के अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य राजयोग, गुरु के मीन राशि में होने से हंस राज योग और शनि के अपने घर में विद्यमान होने से शशराज योग बन रहा है। अक्षय तृतीया पर इन ग्रहों के योग से बने अद्भुत संयोग में दान पुण्य करना या किसी भी प्रकार का मंगल कार्य करना बहुत ही पुण्यकारी होगा। बता दे, अक्षय तृतीया पूरे वर्ष में तीन स्वयं सिद्ध कारक मुहूर्तों में से एक माना जाता है। इसलिए इसे अबूझ मुहूर्त भी कहते हैं।
इस दिन भगवान विष्णु मां लक्ष्मी की पूजा करने से वर्ष भर सुख -समृद्धि बरसती है। अक्षय का ''''अर्थ'''' होता है जिसका कभी क्षय न हो। इसलिए इस दिन सोना-चांदी, भूमि- भवन, वाहन खरीदना बेहद ही मंगलकारी माना जाता है। इस दिन विवाह भी बगैर मुहूर्त के कर सकते हैं। इस दिन कोई भी नया शुभ कार्य शुरू किया जा सकता है। अक्षय तृतीया को मध्याह्न 3:28 से शाम 5:05 बजे तक राहुकाल रहेगा। इस दौरान खरीदारी आदि से बचें।
वैज्ञानिक ऊर्जा का रूपांतरण है दान
अंक ज्योतिष के अनुसार 3 को अविभाज्य यानी अक्षय माना जाता है इसलिए अच्छे तृतीया का महत्व ज्यादा है। इसका अर्थ है इस दिन किया गया दान अविभाज्य यानी अक्षय है। दान को वैज्ञानिक ऊर्जा के रूपांतरण से जोड़कर देखा जा सकता है। इसलिए यह दिन दुर्भाग्य को सौभाग्य में परिवर्तित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
लक्ष्मी चरण पादुका पूजन से मिलती है कृपा
इस दिन सोना चांदी की लक्ष्मी चरण पादुका खरीद कर उनकी पूजा करने से लक्ष्मी माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा व्यापारी वर्ग इस दिन अपने बहीखाते की पूजा करके धनागमन में वृद्धि कर सकते हैं।

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