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    बरेली बना जायरीन का पड़ाव: दरगाह आला हजरत पर हाजिरी देकर अजमेर रवाना हो रहे अकीदतमंद

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 01:45 PM (IST)

    ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती का 814वां उर्स अजमेर शरीफ में जारी है। 27 दिसंबर को कुल की रस्म अदा की जाएगी। दरगाह आला हजरत बरेली पर भी कुल श ...और पढ़ें

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    जायरीनों का स्‍वागत में बैठे लोग

    जागरण संवाददाता, बरेली। ख्‍वाजा गरीब नवाज हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती संजरी अजमेरी का 814वां उर्स इन दिनों अजमेर शरीफ में अकीदत और एहतराम के साथ जारी है। माहे रजब का चांद 21 दिसंबर को नजर आने के बाद उर्स के कुल शरीफ की तारीख तय हो गई है। इस लिहाज से अजमेर शरीफ में कुल की रस्म 27 दिसंबर, शनिवार को अदा की जाएगी।

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    चांद की शरई शहादत मिलने पर उसी दिन दरगाह आला हजरत बरेली शरीफ पर भी कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। दरगाह आला हजरत पर सुबह 11 बजे कुल शरीफ की रस्म दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती और सज्जादानशीन बदरूशरिया मुफ्ती अहसन मियां की सदारत में होगी। मौके पर देश-दुनिया में अमन, शांति व खुशहाली की दुआ की जाएगी।

    दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स में शिरकत के लिए देश-विदेश से लाखों जायरीन अजमेर शरीफ़ पहुंच रहे हैं। बरेली से भी बड़ी तादाद में जायरीन अजमेर के लिए रवाना हो रहे हैं। वहीं, अजमेर जाते समय बड़ी संख्या में जायरीन बरेली शरीफ में दरगाह आला हजरत पर हाजिरी देकर आगे की यात्रा कर रहे हैं। सिटी स्टेशन पर लगातार देश के विभिन्न सूबों से बसों के जरिये जायरीन पहुंच रहे हैं।

    जायरीन की सहूलियत के लिए सिटी सब्जी मंडी से दूल्हा मियां की मजार तक दरगाह प्रबंधन और नगर निगम के सहयोग से विशेष कैंप लगाया गया है, जो 24 दिसंबर तक संचालित रहेगा। कैंप में टीटीएस के वालंटियर्स दिन-रात जायरीन की खिदमत में जुटे हुए हैं। दरगाह की ओर से जायरीन के लिए चाय, पानी, लंगर और अलाव की समुचित व्यवस्था की गई है।

    वहीं जिला प्रशासन की ओर से मोबाइल शौचालय, पीने के पानी के टैंक और डाक्टर व दवाइयों की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कैंप संचालन में शाहिद नूरी, तनवीर रजा, मंजूर रजा, परवेज नूरी, ताहिर अल्वी, औरंगजेब नूरी, हाजी जावेद खान, अजमल नूरी, नासिर कुरैशी सहित बड़ी संख्या में सेवाभावी लोग सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। दरगाह परिसर और आसपास का इलाका जायरीन की आमद के चलते रौनक से भरा हुआ है।

     

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